चिकित्सा खंड स्तर पर स्थापित किए जाएंगे आधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल : मुख्यमंत्री

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शिमला : हिमाचल सरकार राज्य के लोगों को उनके घरद्वार के समीप विश्व स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करेगी और प्रत्येक चिकित्सा खंड में आधुनिक तकनीक से युक्त अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों की क्षमता 50 से 100 बिस्तरों की होगी और इनमें विशेषज्ञ चिकित्सक, पर्याप्त पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ डायग्नोस्टिक लैब उपलब्ध करवाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि खंड स्तरीय अस्पतालों के सुदृढ़ीकरण से मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों के साथ-साथ धर्मशाला, किन्नौर, बिलासपुर, ऊना, सोलन, मनाली, मंडी और कुल्लू अस्पतालों में 50 बिस्तरों की क्षमता के क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित किए जाएंगे।

इन स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को बेहतरीन आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों, संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवरों और सहायक कर्मचारियों के साथ पर्याप्त स्टाफ तैनात किया जाएगा।

राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इसके दृष्टिगत हमीरपुर, टांडा, आईजीएमसी शिमला चिकित्सा महाविद्यालयों और अतिविशिष्ट चिकित्सा संस्थान चम्याणा में पांच विशेषज्ञ रोबोटिक शल्य चिकित्सा सुविधाएं शुरू की जाएंगी।

पहले चरण में चंबा, नाहन और नेरचौक चिकित्सा महाविद्यालयों में एक-एक रोबोटिक शल्य चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी। आधुनिक तकनीक युक्त स्वास्थ्य देखभाल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 5जी तकनीक का उपयोग किया जाएगा।

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चंबा चिकित्सा महाविद्यालय में छात्रावास व टाइप-4 आवासों का निर्माण कार्य आगामी अप्रैल माह और अस्पताल खंड का निर्माण कार्य जुलाई, 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।

मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, मिशन निदेशक, एनएचएम हेमराज बैरवा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बेरी और स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के दृष्टिगत राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सकों को बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की देश के प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में एक्सपोजर विजिट भी आयोजित की जाएंगी, ताकि वे इन संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ज्ञान साझा कर सकें।

मंत्रिमंडल की बैठक आज

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कैबिनेट की अहम बैठक गुरुवार दोपहर को राज्य सचिवालय में होगी। यह वर्तमान सरकार की दूसरी कैबिनेट बैठक है।
पहली बैठक 13 जनवरी को हुई थी, जिसमें कांग्रेस की गारंटीओं से संबंधित तीन फैसले लिए गए थे। दूसरी बैठक के लिए हालांकि एजेंडा कम है।
बुधवार शाम तक सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से एजेंडा की लिस्ट सर्कुलेट नहीं हुई थी और कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय स्कीम में संशोधन के लिए इस कैबिनेट में भेजा जा रहा है, लेकिन इसके अलावा बिना एजेंडा भी बड़े फैसले कैबिनेट ले सकती है।
इस बार नई सरकार का पहला बजट सत्र लंबी अवधि का नहीं होगा। लेकिन बजट सत्र का शेड्यूल मंत्रीमंडल फाइनल करेगा।

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