तमाम वार्ताओं के बावजूद सीमेंट विवाद का हल होते न देख अब ट्रांसपोर्टर्स ने निर्णायक लड़ाई लडऩे का मन बना लिया है। पिछले 55 दिन से चल रहे मसले का समाधान न होने पर आक्रोशित ट्रक ऑपरेट्र्स ने बुधवार को बरमाणा में जोरदार प्रदर्शन किया और अडानी समूह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
निर्णय लिया है कि यदि अगली बैठक में भी बात नहीं बनी तो फिर हक के लिए एक बड़ी लड़ाई शुरू की जाएगी। गुरुवार को बरमाणा में विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
अडानी समूह से दो बार आमने-सामने वार्ता करने के बाद भी किराया दर बढ़ाने को बात नहीं बनी। इसके चलते बीडीटीएस और एक्स सर्विसमैन यूनियन के आपरेटरों ने पुकार हाल में अडानी समूह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा गया कि अडानी ग्रुप पहले फैक्टरी खोले, आगामी फैसले बाद में होते रहेंगे अन्यथा परिस्थितियां गंभीर हो जाएंगी। अडानी ग्रुप की तानाशाही और ऑपरेटरों के हितों की अनदेखी ज्यादा दिन तक सहन नहीं की जा सकती है।
अडानी समूह 400 गाडिय़ां हिमाचल व 300 गाडिय़ां क्लिंकर ढुलाई के लिए कह रहा है। ट्रक ऑपरेटरों के अनुसार वर्तमान में सीमेंट ढुलाई भाड़ा 11.41 रुपए तय है, जबकि उसके ऊपर सालाना हाइक 3.97 परसेंट व डीजल हाईक सहित जो 12.04 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति टन के हिसाब से रेट बनता है।
सरकार ने शिमला बुलाया बरमाणा एसीसी प्रबंधन
बीडीटीएस परिसर में हुए धरना-प्रदर्शन के दौरान अडानी समूह के बरमाणा स्थित एसीसी सीमेंट प्रबंधन को शिमला में सुक्खू सरकार के दरबार में बुलाया गया है।
सरकार के साथ इस तत्काल होने वाली बैठक के चलते सभा ने ऑपरेटरों के समक्ष दोपहर तीन बजे के बाद धरने को विराम दिया। कहा कि यदि गुरुवार सुबह तक विवाद का हल नहीं निकला तो निर्णायक लड़ाई शुरू की जाएगी।
बीडीटीएस कार्यकारिणी ऑपरेटरों के हित को देखते हुए इस विवाद को शांत तरीके से सुलझाने का प्रयास कर रही है। सीएम के साथ हुई बैठकों में मिले आश्वासन के बाद ही इंतजार किया जा रहा है।
आज बरमाणा में बोलेंगे हल्ला
ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि पहले अडानी समूह फैक्टरी शुरू करे बाकी निर्णय बाद में होते रहेंगे। क्योंकि फैक्टरी खुलने से अडानी समूह को भी फायदा रहेगा अन्यथा परिस्थितियां गंभीर हो जाएंगी। अब गुरुवार को अडानी समूह के खिलाफ प्रदर्शन होगा।