वित्तीय लाभों की अदायगी को लेकर एचआरटीसी चालकों व परिचालकों ने प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
ड्राइवर व कंडक्टर यूनियन ने सरकार व निगम प्रबंधन को 3 दिन का और समय दिया है और कहा कि यदि 3 दिनों के भीतर सभी प्रकार के वित्तीय लाभों की अदायगी सरकार व निगम प्रबंधन नहीं करता है तो चालक परिचालक 72 घंटे की हड़ताल पर चले जाएंगे और इस दौरान चक्का जाम करेंगे।
स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन के प्रांतीय प्रधान प्रीत महेंद्र, महासचिव दिपेंदर कंवर व ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रबंधन व सरकार को 20 फरवरी से 6 मार्च तक 15 दिनों का समय हमारी वित्तीय देनदारियों को देने के लिए दिया था, जो वीरवार को खत्म हो गया, ऐसे में एक बार फिर यूनियनों ने सरकार व प्रबंधन को 3 दिन का समय देने का निर्णय लिया है।
उसके बाद 72 घंटे का चक्का जाम होगा, यानी कि रविवार रात 11.59 बजे से बुधवार रात 11.59 बजे तक हड़ताल की जाएगी।
इस दौरान एचआरटीसी की किसी भी क्षेत्र से चंडीगढ़, दिल्ली, हरिद्वार व पंजाब से कहीं से भी आने-जाने वाली बसें खड़ी रहेंगी। चालक-परिचालक यूनियन परिचालकों की वेतन विसंगति, 65 महीनों का रात्रि व अतिरिक्त समय भत्ता और 50 हजार रुपए एरियर की पहली किस्त ड्राइवर की सीनियर ड्राइवर पदोन्नति की मांग कर रही है।
50 करोड़ रुपए रात्रि व अतिरिक्त समय भत्ता तथा 9 करोड़ रुपए मैडीकल बिल के दिसम्बर 2024 तक जारी करने की बात सीएम ने कही थी, लेेकिन 6 माह तक यह राशि निगम के कर्मचारियों को नहीं मिली है।