अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोठीपुरा की 25 ओपीडी एम्स अस्पताल भवन में शुरू हो गई हैं। इससे पहले आयुष भवन में ओपीडी चलाई जा रही थीं। आईपीडी शुरू करने का कार्य प्रगति पर है। सारी प्रक्रिया एक माह में पूरी की जाएगी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोठीपुरा की 25 ओपीडी एम्स अस्पताल भवन में शुरू हो गई हैं। इससे पहले आयुष भवन में ओपीडी चलाई जा रही थीं। आईपीडी शुरू करने का कार्य प्रगति पर है।
सारी प्रक्रिया एक माह में पूरी की जाएगी। सितंबर में पीएम मोदी इसका शुभारंभ करेंगे। आयुष ब्लॉक से एम्स अस्पताल में ओपीडी शिफ्ट करने के बाद फिर से पंजीकरण करवाने के लिए टोकन सिस्टम शुरू हो गया है।
टोकन के यूएचआईडी नंबर से लंबे समय तक अस्पताल में मरीज का रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा। ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया भी जारी रहेगी।
पंजीकरण के लिए ओपीडी भवन में आठ काउंटर लगाए हैं। मरीज को केवल अपना विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान नंबर (यूएचआईडी) याद रखना होगा। आईपीडी भवन भी तैयार है।
सभी वार्ड में बिस्तर लग गए हैं। ऑब्जर्वेशन, स्पेशल वार्ड तैयार हैं। आपात भवन की दूसरी मंजिल में आठ ऑपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। सभी उपकरण स्थापित कर दिए हैं। अस्पताल में 256 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन लगाई गई है।
इसकी विशेषता यह है कि इसकी क्षमता 256 स्लाइस प्रति सेकंड है। स्कैनर से मिलने वाली इमेज थ्री डी होगी। चंद मिनटों में यह पूरे शरीर को स्कैन करेगी। इस तकनीक की मदद से वेस्कुलर डिजिज की पहचान आसान होती है।
एक्सरे मशीन स्थापित कर दी गई है। एमआरआई मशीन लगाई जा रही है। आईपीडी में शुरू में मरीजों को करीब 150 बिस्तरों की सुविधा मिलेगी।
अभी से आईपीडी में प्रशिक्षु चिकित्सकों की तैनाती शुरू कर दी गई है। इसमें स्पेशल वार्ड से लेकर सामान्य वार्ड तक के बिस्तर शामिल हैं।
लैब का कार्य प्रगति पर
एम्स अस्पताल में मुख्य लैब का कार्य प्रगति पर है। बहरहाल, अस्पताल में टेस्ट के लिए सैंपल 75 नंबर कमरे में एकत्रित किए जा रहे हैं। बिलिंग काउंटर 7, 8 और 9 हैं। एक्सरे की सुविधा और यूएसजी आयुष ब्लॉक में ही चलाए जा रहे हैं।
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