जोगिन्दरनगर : पठानकोट जोगिन्दरनगर रेलवे लाइन के सुधार और नैरोगेज लाइन में ही आधुनिक सुविधाएं देने की दिशा में रेल मंत्रालय ने हिमाचल को तरजीह दी है। इसी के चलते अब कांगड़ा घाटी नैरोगेज खंड में दो प्रथम श्रेणी वातानुकूलित विस्टाडोम कोच शुरू किए जाएंगे।
आधुनिक सुविधाओं से लैस यह रेलवे कोच पर्यटकों को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। कांगड़ा-चंबा के लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने बताया कि देशी और विदेशी पर्यटकों को हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी की ओर अधिक आकर्षित करने के लिए रेल मंत्रालय ने कांगड़ा घाटी नैरोगेज खंड में दो प्रथम श्रेणी वातानुकूलित विस्टाडोम कोच प्रदान करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि इन कोचों की उपलब्धता से रेल के माध्यम से कांगड़ा घाटी में प्रवेश करने वाले पर्यटकों को इस क्षेत्र की नैसर्गिक आभा निहारने का सुअवसर प्राप्त होगा।
सांसद किशन कपूर ने बताया कि इस खंड में चलने वाली ट्रेनों के रखरखाव की ओर पूर्व में मंत्रालय द्वारा ध्यान नहीं दिया गया था। यह मामला फिरोजपुर मंडल की बैठक में उठाने के बाद मंत्रालय ने यह सराहनीय पग उठाया है।
विस्टाडोम कोच पारदर्शी शीशे वाली खिड़कियों और अति आधुनिक कुर्सियों वाले कोच हैं। रेल कोच फैक्टरी कपूरथला ने कालका-शिमला रेलवे खंड के लिए आधुनिक विस्टाडोम नैरोगेज कोच विकसित किए हैं।
जिनका परीक्षण किया जा रहा है। जैसे ही यह परीक्षण पूरा होगा यह कोच पठानकोट-जोगिन्दरनगर खंड में भी लगाए जाएंगे।
सांसद किशन कपूर ने रेललाइन पर स्थित पुल संख्या 32 के पुनर्निर्माण और आईआरसीटीसी के पर्यटन कार्यक्रमों में हिमाचल भ्रमण को सम्मिलित करने पर रेल मंत्रालय का आभार व्यक्त किया है।