शिमला : ट्रक चालकों की देशव्यापी हड़ताल के चलते नए साल के आगाज के साथ हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल व डीजल संकट गहरा गया है। प्रदेश में नए साल के पहले दिन सोमवार को निजी बस सेवा के 25 प्रतिशत रूट प्रभावित हुए, वहीं वाहन चालकों को भी पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सोमवार को आधे से ज्यादा पेट्रोल पंप ड्राई हो गए। ऐसे में अधिकतर पेट्रोल पंपों पर लोगों को पेट्रोल-डीजल नहीं मिला। जिन पंपों पर पेट्रोल और डीजल बचा है, वहां पर वाहनों की लंबी कतारें दिख रही हैं।
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कानून में हिट एंड रन केस में दस साल की कैद और सात लाख रुपए के जुर्माने की सजा के विरोध में ट्रक चालकों की देशव्यापी हड़ताल के चलते प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में अगर जल्द ही ट्रक चालकों की हड़ताल खत्म न हुई, तो लोगों की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। प्रदेश में मंगलवार तक सभी पेट्रोल पंप ड्राई हो सकते हैं।
इंडियन आयल के ऊना डिपो से पिछले तीन दिन से पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति बंद हो गई है। ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते आने वाले दिनों में गैस सिलेंडरों की सप्लाई, राशन, सब्जी और दूध, बै्रड की सेवाएं भी प्रभावित हो जाएंगी।
सोमवार को बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन और चंबा सहित कई जिलों में डीजल न मिलने से कई बस रूट बंद रहे। वहीं वाहन चालकों को भी तेल भरवाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर अगर पेट्रोल पंप में तेल बचा भी है, तो वहां पर 500 और एक हजार रुपए से अधिक का पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा है।
डीजल न मिलने से निजी बसों के 25 फीसदी रूट ठप
ट्रक चालकों के बाद अब प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर भी केंद्रीय कानून का विरोध कर रहे हैं। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशन ने बताया कि प्रदेश में करीब 3300 निजी बसों के रूट हैं।
सोमवार को पेट्रोल पंपों पर डीजल न मिलने के कारण प्रदेश में 25 प्रतिशत निजी बसों के रूट ठप रहे। ऐसे में अगर तेल की सप्लाई जल्द बहाल न हुई, तो बसें चलाना मुश्किल हो जाएगा और आने वाले दिनों में बस सेवाएं ठप हो सकती हैं।
पुलिस पहरे में तीन जिलों को भेजे 34 टैंकर
बीबीएन। हिमाचल में पेट्रोल-डीजल के गहराते संकट के बीच पुलिस पहरे में तेल टैंकरों से आपूर्ति शुरू कर दी गई है। सोमवार को हिंदुस्तान पेट्रोलियम के नालागढ़ डिपो से 34 तेल टैंकरों को पुलिस सुरक्षा के बीच शिमला, सोलन और सिरमौर के लिए रवाना किया गया। इस दौरान किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को टालने के लिए टैंकरों को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई। इससे कुछ हद तक पेट्रोल-डीजल की कमी से राहत मिलेगी।