मणिमहेश यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण के बाद अब शुक्रवार से ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू होगा, जो 26 सितंबर तक चलेगा। 1,050 जवानों के हवाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का जिम्मा होगा।
इनमें पुलिस के 700 और होमगार्ड के 350 जवान शामिल रहेंगे। पूर्व की तरह इस बार भी यात्रा 13 सेक्टरों में विभाजित रहेगी। मणिमहेश यात्रा प्रशासनिक तौर पर 7 सितंबर से शुरू होगी।
देश के कोने-कोने से पवित्र डल झील में डुबकी लगाने के लिए यहां श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। शिवभक्तों की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए जवान दिन-रात तैनात मिलेंगे।
वहीं, सीमांत क्षेत्र जेएंडके, लाहडू, तुन्नूहटटी बैरियरों पर भी सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया है। यात्रा के दौरान तहसील मुख्यालय भरमौर, चौरासी मंदिर, भरमाणी मंदिर, हड़सर से लेकर पवित्र डल तक पुलिस जवान वर्दी और सादे कपड़ों में ड्यूटी में नजर आएंगे।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान पुलिस और गृह रक्षक जवान भरमौर से लेकर पवित्र डल तक तैनात रहेंगे।
कहा कि यात्रा के दौरान जाम की स्थिति से निपटने के लिए बाकायदा यातायात टीमें पेट्रोलिंग करती नजर आएंगी। उन्होंने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं से भी यातायात नियमों का पालन करने की बात कही है।