मंडी अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में ऐतिहासिक बना मध्य जलेब का दिन

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मंडी : अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि महोत्सव-2020 देव संस्कृति की पुरातन परंपराओं को पुनः जीवंत करने के लिए याद रखा जाएगा। महोत्सव में लुप्त होती जा रही पुरानी परंपराओं को बचाने एवं उन्हें फिर से जीवित करने पर जोर दिया जा रहा है। इस कड़ी में मध्य जलेब का दिन ऐतिहासिक रहा। पिछले 40 वर्षों से जलेब की जो पुरातन परंपरा लुप्त हो गई थी,  वह परंपरा फिर से बहाल हुई।

माधो राय की निकली शोभायात्रा

राज देवता माधोराय जी की शोभायात्रा ठीक दो बजे आरंभ हो गई, जो पड्डल में संपन्न हुई। इसकी अगवाई जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने की। पड्डल से वापसी में भी एक भव्य जलेब के जरिए राज देवता श्री माधोराय की पालकी उनके मंदिर वापस लाई गई। उनके साथ पूर्व की भांति छह देवी-देवता पड्डल मैदान से वापस माधोराय मंदिर आए। इस भव्य जलेब में पड्डल मैदान से जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी श्री माधोराय की जलेब के साथ मंदिर तक आए। गौरतलब है कि शिवरात्रि महोत्सव की आमसभा की बैठक में जल शक्ति मंत्री ने मेले में जलेब की पुरातन परंपरा को बहाल करने पर जोर दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि वे खुद भी इस पुनीत कार्य का हिस्सा बनेंगे।

जीवंत हो उठी पुरानी परम्परा

वहीं सर्वदेवता समाज समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने पूरे देव समाज की ओर से देव संस्कृति की पुरानी परंपरा को जीवित करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जलशक्ति मंत्री व जिला प्रशासन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का लगातार इस पर जोर है कि हमारी देव संस्कृति से जुड़ी परंपराओं का संरक्षण व संवर्द्धन हो। जल शक्ति मंत्री ने आम सभा की बैठक में जो वादा किया था, उसे पूरा कर जलेब की पुरानी परंपरा को बहाल किया है। इससे सारा देव समाज गदगद है। वहीं मंडी वासियों ने भी शिवरात्रि महोत्सव की पुरानी परंपराओं को जीवंत बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जल शक्ति मंत्री का आभार जताया है।

 

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