अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ, शाही अंदाज में निकली राजदेवता माधोराय की जलेब

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मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के महाकुंभ में 127 देवी-देवता पहुंच गए हैं। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर देवलुओं के साथ देवी-देवता मंडी पहुंच रहे हैं। देव मिलन से मंडी शहर आस्था और भक्ति के माहौल से सरोबार हो उठी।

उल्लेखनीय है कि इस बार मेला कमेटी ने शिवरात्रि महोत्सव के लिए 216 पंजीकृत देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजा था। छोटी काशी में सात दिन तक चलने वाले देवताओं के महाकुंभ में शनिवार को पराशर ऋषि सहित 127 देवी-देवता पहुंचे।

इनमें से सात देवता बड़ा देव कमरूनाग, देव शुकदेव ऋषि, देव ढगांड़ू, देव बुढा बिंगल, बजीर झाथी वीर, देवी बगलामुखी व देवी बुढी भैरवा शुक्रवार को पहुंच गए थे।

रविवार दोपहर 2.00 बजे शाही अंदाज में राजदेवता माधोराय की अगुवाई में जलेब निकाली गई। जलेब में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू बतौर मुख्य अतिथि रहे।

पड्डल ग्राउंड में शिवरात्रि मेले का विधिवत शुभारंभ हो गया है। देव माधोराय के दरबार से पड्डल ग्राउंड तक निकलने वाली जलेब में माधोराय की पालकी के आगे और पीछे चुनिंदा देवी-देवताओं के रथ शामिल हुए।

शोभायात्रा में सबसे पहले पुलिस की घुड़सवारी, पुलिस जवानों, होमगार्ड बैंड मार्च पास्ट करते हुए निकली। मंडी शिवरात्रि के लिए देवी-देवताओं के आने का क्रम लगातार जारी है।

गत दिवस को 120 देवी-देवताओं ने राज देव माधोराय मंदिर में हाजिरी भरी और उसके बाद राज महल में शीश नवाया। देवी-देवताओं के आगमन से पूरा शहर भक्तिमय हो गया। पूरे शहर में हर ओर देव ध्वनि गूंजती रही।

मंडी पहुंचे देवी-देवताओं में देव पराशर ऋषि, देव छांजणू, देव मतलोड़ा, देव कोटलू, देव मार्कंण्डेय, देव आदि ब्रह्मा, देवी लंबोदर, देवी जालपा जुफर, देव मगरू महादेव, देव नाग चपलांदू, देव बिठ्ठू नारायण,

देव हुंरग नारायण, देव पशाकोट, देव बालाकामेश्वर टिक्कर, देवी धारनागण सहित अन्य देवी-देवता मंडी पहुंच गए हैं। कुछ देवता आज भी पहुंचेंगे।

यह है संस्कृतिक संध्या और समापन कार्यक्रम की सूची

 

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