शिमला-मटौर फोरलेन के कार्य में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तेजी ला रहा है। पैकेज नंबर-1 शालाघाट-तारादेवी फोरलेन की डीपीआर को तैयार करने का कार्य जोरों पर है।
एनएचएआई ने इसे पूरा करने का लक्ष्य मार्च तक रखा है। इस पैकेज नंबर का टेंडर अगले वित्त वर्ष यानि की 2024-25 में आमंत्रित किया जाएगा। एनएचएआई की ओर से फोरलेन के लिए लगभग 45 मीटर चौड़ाई का क्षेत्र अधिकृत किया जा रहा है।
इसी तरह नौणी-भराड़ीघाट फोरलेन का टेंडर 2023 में 30 नवंबर को कॉल किया गया था, जो इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा।
इस पर करीब 1,100 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बन जाने से दूरी में कमी आएगी और सर्पीली सड़कों से छुटकारा मिलेगा। इस पैच पर भूमि अधिग्रहण के बाद अब विस्थापितों और प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया चली है।
इसके लिए एनएचएआई ने करीब 158 करोड़ रुपये प्रशासन के पास जमा करवा रखे हैं। प्रभावितों को जमीन और भवन आदि की कुल लागत का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा।
एनएचएआई के क्षेत्रीय उप प्रबंधक अंतरिक्ष ठाकुर ने बताया कि नौणी-भराड़ीघाट फोरलेन का टेंडर इसी माह के अंत तक पूरा हो जाएगा।
शालाघाट-तारा देवी फोरलेन की डीपीआर को पूरा करने का कार्य चला हुआ है। अगले वित्त वर्ष 2024-25 में इसका टेंडर भी कॉल किया जाएगा।