जलशक्ति विभाग में जल्द ही करुणामूलक भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है। विभाग में करुणामूलकों के 380 आवेदन लंबित हैं। पूर्व सरकार इन आवेदनों पर फैसला नहीं कर पाई थी और खाली पद न होने का कारण बताया गया था।
अब नई सरकार के गठन के बाद इन पदों को भरने पर दोबारा चर्चा शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को करुणामूलक भर्ती का खाका तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जलशक्ति विभाग की पहली समीक्षा बैठक में करुणामूलक आश्रितों पर बड़ी चर्चा हुई है।
साथ ही भर्ती प्रक्रिया को कैसे पूरा किया जा सकता है इसका तोड़ ढूंढने के आदेश भी अधिकारियों को मिले हैं। गौरतलब है कि जलशक्ति विभाग में 380 आवेदन लंबित हैं, लेकिन चतुर्थ श्रेणी में खाली पदों की संख्या सीमित है। पूर्व में करुणामूलक इन पदों पर एक मुश्त भर्ती की मांग कर रहे थे।
इस वजह से भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। फिलहाल, इस समय चौकीदार के 60 और हेल्पर के 50 पद चतुर्थ श्रेणी में खाली हैं। कुल 110 पदों को भरा जा सकता है। हालांकि आवेदन अब भी 380 हैं।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने करुणामूलकों की भर्ती को लेकर तैयारियों के निर्देश दिए हैं। उधर, प्रमुख अभियंता संजीव कौल ने बताया कि करुणामूलकों की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के आदेश दिए गए हैं।
करुणामूलकों की भर्ती के जितने भी आवेदन जलशक्ति विभाग में लंबित हैं भविष्य में उन सभी पर काम होगा। करुणामूलकों को खाली पदों के आधार पर नियुक्तियां देने का क्रम विभाग शुरू करेगा। हालांकि यह नियुक्तियां एकमुश्त होंगी या फिर खाली पदों के हिसाब से तैनाती की जाएगी, इस पर विभाग विचार कर रहा है।