हिमाचल प्रदेश के कुछ मुख्य शहरों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की विशेष नजर है। इन शहरों में हालांकि प्रदूषण, मापदंडों के हिसाब से सही है मगर यहां की आबोहवा खराब न हो इसलिए वहां पर विशेष प्रयास करने जरूरी हैं।
पिछले साल की दीपावली के त्यौहार की बात करें तो ऊना में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब निकला था और इस बार ऐसा न हो इसके लिए विशेष हिदायतें दी गई हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का मानना है कि किसी भी शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से ऊपर नहीं जाना चाहिए इससे ऊपर एयर क्वालिटी सही नहीं है।
पिछले साल सबसे अधिक एक्यूआई ऊना में 153 मापी गई थी, वहीं सबसे कम मनाली में 55 मापी गई थी। अन्य शहरों की बात करें, तो यह 140 से नीचे ही रही है।
मगर प्रदूषण बोर्ड की नजर खासकर बद्दी में है, जहां एयर क्वालिटी त्योहारों के समय पर खराब रहती है। वहां पर प्रदूषण मापने को दो मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए हैं।
दीपावली को लेकर पीसीबी ने विशेष निर्देश जारी किए हैं, जिसमें ग्रीन पटाखों को ही चलाने के संबंध में हिदायतें हैं। इसके अलावा तीन दिन ध्वनि प्रदूषण को मापा जाएगा, जिसके लिए अधिकारियों को कहा गया है कि वह ऑनलाइन वेबसाइट पर इसका पूरा डाटा अपलोड करें।
ऑनलाइन अपलोड करें डाटा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी का कहना है कि सभी संबंधित अधिकारियों को मॉनिटरिंग के लिए निर्देश दे दिए गए हैं और ऑनलाइन डाटा अपलोड करने को कहा गया है।
त्योहार से पहले और बाद में होगी मॉनिटरिंग
एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो जीरो से 50 तक रहने पर यह अच्छा माना जाता है, जबकि 51 से 100 तक इसे संतोषजनक मानते हैं।
वहीं, 101 से 200 के बीच मॉडरेट रहता है और इससे ऊपर एयर क्वालिटी खराब होती है। दीपावली के दिन से पहले रोज भी ध्वनि प्रदूषण को मापा जाएगा और सभी स्टेशनों पर इसकी मॉनिटरिंग होगी। दीपावली के दिन व उसके अगले दिन भी इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी।
इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषण को मापने के लिए 15 दिनों तक मॉनिटरिंग की जा रही है, जो सात नवंबर तक जारी रहेगी।