कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अब तक 92 फीसदी काम पूरा हो चुका है और पहली मई से फोरलेन को यातायात के लिए शुरू करने की योजना है, जिसके लिए निर्माता कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन तेज गति से काम कर रही है।
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने गुरुवार को कैंची मोड़ से लेकर बिलासपुर की सीमा में पडऩे वाली फोरलेन सडक़ का एनएचएआई और गाबर कंपनी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कीरतपुर नेरचौक पर बनी पांच सुरंगों का निरीक्षण भी किया।
उपायुक्त ने बताया कि कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य अंतिम चरण में है और निर्धारित समयावधि से पहले यह फोरलेन बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे चंडीगढ़ की दूरी बिलासपुर से बेहद कम रह जाएगी और सफर आसान एवं सुहाना होगा।
निरीक्षण के उपरांत उपायुक्त ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का बानवे प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा, जिसके लिए उन्होंने मौके पर गाबर कंपनी के अधिकारियों को हर हालत में इस प्रोजेक्ट को पहली मई से पहले तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पहली मई से फोरलेन को ट्रैफिक के लिए खोला जाए, जिसके लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि इस फोरलेन पर 22 मेजर व 15 माइनर पुलों का निर्माण होना था, जिसमें से 19 मेजर पुल बनकर तैयार हो चुके हैं और तीन पुलों का कार्य प्रगति पर है, जिसका भी 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त गौरव चौधरी, जिला राजस्व अधिकारी देवी राम और प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित उपमण्डलाधिकारी राजीव ठाकुर व अन्य अधिकारियों ने भी उपायुक्त को अब तक की प्रगति पर फीडबैक दिया। (एचडीएम)
फोरलेन से सटी पंचायतों को बेहतर कनेक्टिविटी
उपायुक्त ने गाबर कंपनी के जनरल मैनेजर कर्नल बीएस चौहान को फोरलेन के साथ लगते पंचायतों व गांव को बेहतर कनेक्टिविटी देने के निर्देश दिए, ताकि स्थानीय लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
फोरलेन निरीक्षण के दौरान स्थानिय लोगों ने उपायुक्त को अपनी समस्याओं से भी अवगत करवाया, जिनका उन्होंने अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिए।