पठानकोट-मंडी फोरलेन में उपमंडल नूरपुर के तहत 28 किलोमीटर हिस्सा बनना है। इसमें कार्यरत कंपनी मौसम और भवन न हटने के बावजूद तय डैडलाइन में काम निपटाने में जुटी है।
नूरपुर क्षेत्र में कंडवाल के चक्की से लेकर भेडख़ड्ड तक क्षेत्र आया है। इसमें तीन मेजर ब्रिज, 15 माइनर ब्रिज, एक फ्लाईओवर, 142 कलवर्ट बनने है। इसमें तीन मेजर ब्रिज में से एक ब्रिज चक्की खड्ड पर बनेगा और दूसरा ब्रिज नूरपुर के खुशीनगर में 26 किलोमीटर पर और तीसरा ब्रिज भडवार के निकट 32 किलोमीटर पर बनेगा।
इसमें 15 माइनर ब्रिज में चार ब्रिज बन चुके है , आठ का निर्माण कार्य चला रहा है। इसमें 50 कलवर्ट बन चुके हैं। मौजूदा समय में जसूर में फ्लाईओवर बन रहा है जिसमें ज्यादातर पिल्लर बन चुके है।
इसमें स्लैब डालने के लिए पिल्लरों पर पियर कैप लगाने के लिए आई गर्डर की लांचिंग का कार्य चल रहा है। वहीं नूरपुर में बाइपास बन रहा है। नूरपुर क्षेत्र में कुल 828 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस बारे आईआरबी कंपनी के सीजीएम हरप्रीत सिंह ने बताया कि कार्य तेजी से किया जा रहा है।
525 भवन हटाए गए
इस क्षेत्र में 749 भवन हटने है जिसमें लगभग 525 भवन टूट चुके है जबकि शेष को हटाया जाना बाकी है। कंडवाल, नागबाड़ी, जाच्छ व भड़वार आदि में एक ओर की टू लेन सडक़ मार्ग पर कोलतार डाल दी गई और अब दूसरी ओर की टू लेन सडक़ के निर्माण के लिए तैयारियां शुरू की गई है।
एनएचएआई के दिशा.निर्देशों पर रोड में कई जगह सर्विस लेन बनेगी, ताकि ट्रैफिक सिस्टम बना रहे। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विकास सुरजेवाला ने बताया कि नूरपुर में फोरलेन सडक़ निर्माण कार्य को तेजी से किया जा रहा है और इसे निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मौसम की मार की बजह से निर्माणकार्य प्रभावित हुआ है और मौसम खुलने पर तेजी से पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे।