हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों से लगातार जारी भारी बारिश के चलते शिमला से दिल्ली व धर्मशाला का हवाई संपर्क कट गया है। पिछले 11 दिनों से न ही दिल्ली से शिमला फ्लाइट आई और न ही शिमला से धर्मशाला के लिए कोई उड़ान भरी गई। हवाई सेवाएं न मिलने के कारण लोगों को सड़क मार्ग से ही दिल्ली और धर्मशाला का सफर करना पड़ रहा है।
नागरिक उड्डयन विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि नौ अगस्त के बाद से हवाई सेवाएं रद्द की गई हैं। अब मौसम साफ होने के बाद ही दिल्ली व धर्मशाला के लिए उड़ानें भरी जा सकेंगी।
राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में पिछले दिनों भारी बारिश हुई है। इसके कारण जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट से धुंध होने की वजह से उड़ाने भर पाना मुश्किल हो गया है। जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट क्षेत्र में बारिश के बाद काफी धुंध पड़ती है, जिसके कारण यहां विजिविलिटी काफी कम हो जाती है।
कम विजिविलिटी होने के कारण उड़ाने भरना व विमान लैंड करना जोखिम भरा होता है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने मौसम साफ होने तक सभी फ्लाइट रद्द करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश में 24 जून को मानसून पहुंचा था, लेकिन जुलाई माह के पहले सप्ताह में मानसून ने रफ्तार पकड़ी। इस दौरान जून माह में 24 से 26 जून तीन दिन, जुलाई में 15 दिन और अगस्त में अब तक 14 दिनों तक उड़ानें नहीं भरी जा सकी।
जुलाई में भारी बारिश का हवाई सेवाओं पर खासा असर पड़ा है। जुलाई माह में सात से 12 जुलाई तक लगातार पांच दिनों तक हवाई सेवाएं बंद रही। अगस्त में दो, चार, सात और नौ अगस्त से अब तक हवाई सेवाएं रद्द है।
मानसून की शुरुआत में बारिश के कारण 24, 25 व 26 जून को हवाई सेवाएं रद्द की गई। इसके बाद जुलाई में बारिश व धुंध के चलते करीब आधा माह तक सेवाएं प्रभावित रही।
नागरिक उड्डयन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जुलाई माह के शुरुआत में शिमला-दिल्ली के बीच तीन व चार जुलाई को हवाई सेवाएं बंद रही। इसके बाद सात से 12 जुलाई तक लगातार पांच दिन उड़ानें नहीं भरी गई।
वहीं, 14 से 16 जुलाई तक बारिश के कारण तीन दिनों फ्लाइट रद्द हुई। उधर 18, 19, 22, 26 व 28 को भी बारिश के कारण उड़ानें नही भरी जा सकी। धर्मशाला की बात करें तो आठ जुलाई से लगातार 19 जुलाई तक हवाई सेवाएं बंद रही। इसके बाद 22, 26 व 28 जुलाई को भी धर्मशाला के लिए उड़ानें नहीं भरी गई।