शिमला : पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ों में तो इंद्रदेव बरस पड़े हैं लेकिन मैदानी इलाकों में सूर्यदेव आग बरसा रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में रविवार को मौसम ने करवट बदल ली है। शिमला सहित प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में दोपहर बाद मौसम में बदलाव देखा गया।
दोपहर बाद इन क्षेत्रों में बादल छाए रहे, इससे वातावरण में ठंडक महसूस की गई है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में गर्मी ने लोगों को खूब परेशान किया। ऊना जिले में रविवार को भी अधिकतम तापमान 38 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं सिरमौर जिले के धौलाकुआं में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 17 अप्रैल से तेज आंधी के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है और 18 अप्रैल को प्रदेश के कई क्षेत्रों में तेज बारिश को लेकर ऑरैंज अलर्ट है।
प्रदेश में 20 अप्रैल तक बारिश व ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने इस दौरान मध्य और उच्च पर्वतीय 8 जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चम्बा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में बारिश होने की संभावना जताई है।
मैदानी क्षेत्रों में गर्मी के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। बिलासपुर जिले के बरठीं में अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है।
मैदानी इलाकों में पड़ रही गर्मी के कारण सैलानियों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है। हिमाचल के शिमला, मनाली, धर्मशाला और खजियार जैसे पर्यटन स्थलों में अब पर्यटकों की भीड़ बढऩी शुरू हो गई है।
राजधानी शिमला में वीकैंड पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, जबकि वीकैंड में भी पहले की तुलना में ज्यादा पर्यटक हैं।