बिलासपुर : कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन को पहली मई से शुरू करने की तैयारी है। सभी पांचों टनल बनकर तैयार हैं और इन दिनों मेकेनिकल व इलेक्ट्रिकल का कार्य जारी है। इसके साथ ही मैहला में भी कार्य चल रहा है। अगले दो माह के अंदर सारा कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
अहम बात यह है कि केंद्र सरकार ने गरामोड़ा से लेकर मंडी के भवाणा तक फोरलेन को तैयार करने के लिए जून, 2024 का लक्ष्य रखा है, लेकिन निर्माता कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने एक साल पहले ही काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
फोरलेन बन जाने के बाद कैंचीमोड़ से बिलासपुर की दूरी मात्र 22 किलोमीटर रह जाएगी। इस फोरलेन के बनने से बिलासपुर से कैंची मोड़ होते हुए किरतपुर के लिए सफर आसान एवं सुहाना हो जाएगा।
अभी बिलासपुर से स्वारघाट के रास्ते गरामोड़ा के लिए दो घंटे लग जाते हैं लेकिन यह सफर घटकर आधे घंटे का रह जाएगा। कुल 47 किलोमीटर के इस फोरलेन में छोटी-बड़ी पांच टनल का निर्माण हो रहा है।
फोरलेन में 48 छोटे बड़े पुलों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें 22 मुख्य पुलों में से लगभग 18 पुल तैयार हो चुके हैं और छह बड़े पुलों का कार्य तीव्रगति से जारी है।
इसके अतिरिक्त 16 छोटे पुलों में से 14 पुल तैयार हो चुके हैं और बाकी दो पुल निर्माणाधीन हैं जिसका निर्माण कार्य समयबद्ध पूरा करने के लिए कंपनी द्वारा हरसंभव प्रयत्न किए जा रहे हैं।
फोरलेन की निर्माता कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन के महाप्रबंधक कर्नल बीएस चौहान ने बताया कि सभी पांचों टनल बनकर तैयार हैं और अब टनल के भीतर मेकेनिक व इलेक्ट्रिकल कार्य चल रहा है।
इसके अलावा मैहला के पास काम जारी है। फोरलेन सडक़ भी लगभग तैयार है, हालांकि बीच में थोड़ा बहुत काम चल रहा है।
हालांकि पहली अप्रैल को काम पूरा करने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। पहली मई से फोरलेन को यातायात के लिए पूरी तरह से शुरू करने का प्रयास है।
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि पहली मई से फोरलेन को शुरू कर दिया जाएगा। निर्माता कंपनी के महाप्रबंधक कर्नल बीएस चौहान को सोमवार को बिलासपुर बुलाया गया है।
उनसे बैठक कर अब तक की प्रगति का पूरा फीडबैक लिया जाएगा और जल्द ही फोरलेन के निर्माण कार्य का विजिट किया जाएगा।