मैदानी राज्यों की गर्मी ने इस बार हिमाचल के टूरिस्ट सीजन को नया सहारा दिया है। उत्तर भारत के राज्यों में स्कूलों की छुट्टियां पड़ने के बाद गर्मी से राहत के लिए पर्यटक हिमाचल का रुख कर रहे हैं।
पर्यटन कारोबारियों को यह भी लग रहा है कि पहलगाम के आतंकी हमले के बाद श्रीनगर जाने का प्लान बनाने वाले कुछ पर्यटक भी हिमाचल की तरफ को मुड़े हैं।
इसका असर हिमाचल के टूरिस्ट डेस्टिनेशन में देखने को मिल रहा है। चाहे बात शिमला की हो, कुल्लू-मनाली की या फिर मकलोडगंज या डलहौजी की, हर शहर के होटलों में आक्युपेंसी फुल चल रही है और टूरिस्ट की भीड़ देखी जा रही है। पुलिस और ट्रैफिक के माध्यम से आ रहा डाटा भी इसकी पुष्टि कर रहा है।
शिमला शहर में औसतन 10000 गाड़ियाँ रोज आ रही हैं, जबकि मनाली की तरफ गाडिय़ों की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है।
अटल टनल और लाहुल-स्पीति में ताजा बर्फबारी की खबरों का असर मनाली के टूरिस्ट सीजन पर एकदम होता है। पर्यटन कारोबारी और पर्यटन विभाग का आकलन है कि इस बार यदि मानसून में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, तो समर सीजन थोड़ा लंबा चलेगा।
हिमाचल में मानसून के पहुंचने की तारीख 15 से 20 जून के बीच है और यह देखना होगा की शुरुआत किस तरह की होती है? राज्य के पर्यटन विभाग को भी 2025 में टूरिज्म से खासी उम्मीद है।
2024 में हिमाचल में कुल 1,81,24,694 पर्यटक आए थे, जिनमें से 82,765 विदेशी थे, जबकि 1,80,41,929 पर्यटक देश के ही थे। यह 2023 के मुकाबले करीब 13 फीसदी ज्यादा संख्या थी।
2025 की शुरुआत भी अच्छी हुई है। 2024 में पहले चार महीनों यानी जनवरी से अप्रैल तक करीब 53,81,435 पर्यटक आए थे। इस बार इस अवधि में 40,67,051 पर्यटकों की संख्या अब तक है।
हालांकि मई और जून महीने का आंकड़ा अभी देखना होगा। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी टूरिस्ट डेस्टिनेशन शहरों में अच्छा रश चल रहा है और बैड ऑक्युपेंसी भी 80 फ़ीसदी के आसपास है।
सीजन को देखते हुए एचपीटीडीसी ने मनाली के नगर कैसल होटल की रिपेयर भी कर ली है। यदि मानसून की शुरुआत सामान्य रही, तो समर सीजन थोड़ा लंबा चलेगा।
आज से दिल्ली-लेह रूट पर दौड़ेगी एचआरटीसी
कुल्लू। दिल्ली-केलांग-लेह रूट पर हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवा 11 जून यानी बुधवार को दिल्ली से आरंभ होगी। 12 जून को केलांग से लेह के लिए यह बस बाकायदा हरी झंडी दिखाकर रवाना की जाएगी।
एचआरटीसी के निदेशालय से एचआरटीसी केलांग डिपो प्रबंधन को इस रूट पर बस चलाने की परमिशन मिल गई है। वहीं, पर्यटकों का इंतजार भी अब खत्म होने वाला है।