हमीरपुर जिला के छह सरकारी स्कूलों में जल्द ही सोलर पैनल लगाए जाएंगें। हिम ऊर्जा के सहयोग से स्कूलों की छत्तों पर दस किलोवाट के पैनल लगाए जा रहे हैं।
ऐसे में इन स्कूलों से जीरो इलेक्ट्रिसिटी बिल खपत की शुरुआत की जाएगी, ताकि स्कूलों को भारी भरकम बिजली बिलों से भी राहत मिल सके। स्कूलों में सोलर पैनल लगाने का काम शुरू हो गया है।
जिला के आधा दर्जन स्कूलों में जल्द ही सोलर पैनल लगाए जाएगें। इनमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर,जाहू,टिक्कर खतरियां, रडेरा परोल, भरेड़ी और भोरंज में दस-दस किलोवाट के सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
सोलर पैनल दिन में 40 यूनिट बिजली तैयार करेंगें, जिसका प्रयोग स्कूल कर सकेगा, शेष बिजली जमा होती रहेगी, जिसे बिजली बोर्ड को बेचा जा सकता है।
स्कूलों की छत्तों पर सोलर पैनल लगाने का काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने जिला के स्कूलों को अपनी छत्तों पर सोलर पैनल लगाने के सुझाव मांगें थे।
इनमें से हमीरपुर के आधा दर्जन स्कूलों ने अपनी स्कूल छतों पर सोलर पैनल लगाने की हामी भरी थी। उसके बाद ही इन स्कूलों में सोलर पैनल लगाने का काम शुरू हुआ है। ऐसे में संबंधित स्कूलों को अब हर माह हजारों रुपए का बिजली बिल भरने से भी राहत मिलेगी।
प्रदेश सरकार की मुहिमा का स्कूल प्रबंधक भी काफी प्रशंसा कर रहे हैं। बीडी शर्मा, उपनिदेशक, उच्चतर शिक्षा विभाग हमीरपुर का कहना है कि जिला के आधा दर्जन स्कूलों की छत्तों पर सोलर पैनल लगाया जा रहा है।
दस-दस किलोवाट के सोलर पैनल में दिन में 40 यूनिट बिजली तैयार होगी। ऐसे में इन स्कूलों को बिजली के भारी भरकम बिलों से भी निजात मिलेगी। स्कूलों को हर माह हजारों रुपए बिजली बिल के जमा करवाने पड़ रहे हैं।
दो स्कूलों में बीते वर्ष से नहीं आ रहा बिजली बिल
प्रदेश काउंसिल ऑफ साइंस टेक्रोलॉजी एंड एन्वायरमेंटल की तरफ से हमीरपुर जिला के दो स्कूलों को हिम ऊर्जा की तरफ से सोलर पैनल बीते वर्ष ही उपलब्ध करवाए गए थे।
इन स्कूलों को ग्रीन प्रोग्राम के तहत दस केवी का सोलर पैनल लगाया गया था। इसके लगने से स्कूलों में जीरो इलेक्ट्रिसिटी बिल खपत की शुरुआत हो गई है।
इन स्कूलों में अब बिजली बिल नहीं आते हैं। इनमें राजकीय उच्च पाठशाला डुग्घा और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुलेहड़ा शामिल हैं।