शिमला : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद राज्यसभा की सीट भाजपा की झोली में जाने से सियासी घमासान मचा है। कांग्रेस अब बागी विधायकों पर कार्रवाई कर सकती है।
कांग्रेस के छह बागी विधायकों के भविष्य पर कुछ देर में फैसला हो सकता है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया इन विधायकों के भविष्य पर फैसला सुनाएंगे। कांग्रेस विधायक और संसदीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने दलबदल विरोधी कानून के तहत छह विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए याचिका दायर की थी।
स्पीकर ने कल दोनों पक्षों को सुना। इसके बाद आज स्पीकर फैसला देंगे। बागी विधायकों पर आरोप है कि भाजपा के राज्यसभा प्रत्याशी के पक्ष में व्हिप जारी होने के बावजूद वोटिंग की। इसके अलावा बजट पारित करने के दौरान व्हिप जारी होने के बावजूद ये सदन से गैर हाजिर रहे।
बागी हुए कांग्रेस विधायकों में राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल और चैतन्य शर्मा के नाम शामिल हैं।