शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून लगातार सक्रिय बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार और गुरुवार के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है।
प्रदेश में 31 जुलाई तक मौसम खराब बना रहेगा। वहीं, सोमवार रात को धर्मशाला में 80.2, पालमपुर 50.6 और जोगिंद्रनगर में 26.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
राज्य में अभी भी 500 से अधिक सड़कें यातायात के लिए ठप पड़ी हैं। इसके अलावा सैकड़ों जलापूर्ति योजनाएं व बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं।
इस दिन से बारिश की तीव्रता में आएगी कमी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 26 से 27 जुलाई के दौरान राज्य में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि की संभावना है। इस दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
30 जुलाई से अगले 2 दिनों तक राज्य में वर्षा गतिविधि की तीव्रता और वितरण में कमी आने की संभावना है। वहीं, अगले चार से पांच दिनों के भीतर औसत अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य रहने की संभावना है।
रामपुर बुशहर उपमंडल में स्कूल 28 जुलाई तक बंद
उधर, भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए रामपुर बुशहर उपमंडल के तहत आने वाले सभी सरकारी व निजी स्कूल 28 जुलाई तक बंद रखने का फैसला लिया गया है।
इस संबंध में एसडीएम रामपुर निशांत तोमर की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग मंडल रामपुर बुशहर में अभी तक भी 60 ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं।
इन सड़कों पर यातायात शुरू नहीं होने के चलते लोगों की परेशानी बढ़ी है। वहीं, मौसम विभाग की अगले से दो से तीन दिनों तक भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए स्कूलों को 28 जुलाई तक बंद रखने का फैसला लिया गया है जाकि विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
वहीं, सीबीएससी व आईसीएससी से संबद्ध स्कूल विद्यार्थियों व स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर पर फैसला ले सकते हैं।
इन जिलों में बाढ़ का अलर्ट
चंबा, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी व किन्नौर जिले में अगले 24 घंटों के लिए अचानक बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
कुल्लू में बादल फटने से भारी नुकसान
उधर, येलो अलर्ट के बीच कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में मंगलवार अल सुबह करीब 4:00 बजे बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने से पंचानाला और हुरला नाला में बाढ़ आ गई।
इससे पांच मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 15 को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। तीन पुल भी बाढ़ में बह गए हैं। इसके साथ ही भुंतर-गड़सा मनियार सड़क मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुई है। सरकारी व निजी भूमि को नुकसान के साथ ही कुछ मवेशी भी बह गए हैं।