हिमाचल प्रदेश के मैडीकल कॉलेजों व अस्पतालों में सोमवार को मरीजों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी हैं। डाक्टरों की हड़ताल से मरीजों का मर्ज बढ़ता ही जा रहा है।
आरडीए के बाद सैमडिकोट व एचएमओए. के भी हड़ताल पर जाने से शनिवार से ओपीडी सेवाएं बंद पड़ी हुई हैं, जिससे दूरदराज से आए मरीज उपचार के लिए भटक रहे हैं।
सोमवार को राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी सहित प्रदेश के अन्य मैडीकल कॉलेजों व अस्पतालों में डाक्टरों ने प्रदर्शन किया। उधर, सैमडिकोट के अध्यक्ष डाॅ.बलवीर वर्मा ने कहा कि सोमवार को जनरल बॉडी मीटिंग हुई, जिसमें निर्णय लिया गया है कि आरडीए के साथ सैमडिकोट भी मंगलवार को हड़ताल पर रहेगा और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इसके अलावा आईजीएमसी में गर्ल्ज होस्टल की चौथी मंजिल से युवक के गिरकर मौत मामले पर भी डाक्टरों ने न्यू ओपीडी ब्लॉक के बाहर एकत्रित होकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
डाक्टरों का कहना है कि होस्टल में दो-दो सिक्योरिटी गार्ड रहते हैं, लेकिन न तो वे ट्रेंड होते हैं और न ही उनके पास कोई हथियार होता है। डाक्टरों की सुरक्षा के लिए ट्रेंड होमगार्ड तैनात किए जाने चाहिए तथा ओपीडी और वार्ड में एक की जगह दो-दो गार्ड तैनात करने चाहिए, जिससे डाक्टरों की सुरक्षा पुख्ता हो सके।