शिमला: हिमाचल में नेशनल हाईवे के हालात का जायजा लेने केंद्र की तरफ से एनएचएआई के सचिव हिमाचल पहुंच गए हैं। एनएचएआई के सचिव ने आश्वस्त किया है कि आगामी 48 घंटे में कीरतपुर-मनाली फोरलेन सडक़ मार्ग पर कुल्लू और मनाली के मध्य यातायात बहाल करने के प्रयास किए जाएंगे।
इसके लिए आवश्यक मशीनरी और कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलने के भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने हिमाचल के हालात पर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ भी बैठक की है।
इस बैठक में एनएचएआई के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बारिश से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य सडक़ों को काफी नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश सरकार और विभाग का प्रयास है कि सभी बंद पड़े राजमार्गों और मुख्य सडक़ों को शीघ्र बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों की बहाली के लिए केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की है।
केंद्र्र की ओर से एनएचएआई सचिव को स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया है। बैठक के दौरान कीरतपुर-मनाली फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग को हुए नुकसान पर विस्तृत चर्चा की गई।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि इस राजमार्ग को रायसन से मनाली के बीच सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इस मार्ग को सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि ब्यास नदी में आई बाढ़ ने पिछले अधिकतम बिंदू को पार कर लिया है और ऐसे में एनएचएआई को इस क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग की ऊंचाई बढ़ाने की दिशा में विचार करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस पर एनएचएआई ने आईआईटी रूडक़ी के साथ मिलकर विस्तृत अध्ययन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने शिमला-कालका फोरलेन मार्ग पर भी यातायात सुचारू करने के निर्देश दिए।
प्राधिकरण ने अवगत करवाया कि फिलहाल इस मार्ग पर सिंगल लेन यातायात संचालित किया जा रहा है और शीघ्र ही यहां से डबललेन यातायात बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ सडक़ मार्ग पर मदनवाला पुल क्षतिग्रस्त होने से वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने और इस मार्ग को जल्द बहाल करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में पठानकोट-मंडी राजमार्ग पर स्थित चक्कीपुल की स्थिति पर भी चर्चा की गई। विक्रमादित्य ने इसकी मरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। (एचडीएम)