शिमला: किरतपुर-मनाली फोरलेन के उद्घाटन से पहले सुरंग नंबर दो के पोर्टल-एक के सामने करीब एक फीट तक धंस गया है। सुरंग के मुहाने और जगह-जगह पर भी भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़क को नुकसान पहुंचा है। हालांकि फोरलेन का यह हिस्सा अभी यातायात के लिए बंद है।
वहीं, प्रशासन ने तर्क दिया है कि भारी बारिश से फोरलेन से नुकसान पहुंचा है। जबकि लोग फोरलेन की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं। उपमंडल स्वारघाट के थापना स्थित सुरंग नंबर दो के पोर्टल-एक के सामने पुल बनाया गया है।
इस पुल के दोनों छोर पर फोरलेन करीब एक से डेढ़ फीट तक धंस गया है। वहीं, जहां यह फोरलेन धंसा है, वहां किनारे पर लगाई क्रेट वॉल में दरार भी देखी जा रही है।
सुरंग के मुहाने पर भी भारी भूस्खलन भी हुआ है। जबकि इसके आसपास पहाड़ी से भूस्खलन का लगातार खतरा बना हुआ है। इस जगह पर पहाड़ी की 90 डिग्री पर कटिंग की गई है।
प्रशासन ने भी भूस्खलन के खतरे का भांपते हुए फोरलेन को जकातखाना से आगे यातायात के लिए आगामी आदेश तक बंद रखा है।
जकातखाना से आगे कई जगह पहाड़ियों की सीधी कटिंग की गई है। जकातखाना से आगे सुनण, जबल और क्यारिंया जंगल नामक जगह पर भूस्खलन से फोरलेन को भारी नुकसान पहुंचा है।
फोरलेन पर गिरे मलबे को हटाने के लिए निर्माण कर रही कंपनी की मशीनरी लगी हुई है। लेकिन पहली ही बरसात में इस तरह फोरलेन के धंस जाने से उसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं।
जिप उपाध्यक्ष ने किया निरीक्षण जिला परिषद के उपाध्यक्ष मान सिंह ने क्षतिग्रस्त हुए फोरलेन का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि भूस्खलन से जकातखाना से आगे फोरलेन को नुकसान पहुंचा है।
सुरंग नंबर दो सामने फोरलेन धंस भी गया है। फोरलेन से अभी वाहन गुजरना भी शुरू नहीं हुए हैं, लेकिन इस तरह से फोरलेन का धंस जाना गुणवत्ता पर सवाल उठाता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जकातखाना से आगे फोरलेन पर सफर न करें।