शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि एक जिला से दूसरे जिला व राज्य के बाहर के लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो लोग पहले ही राज्य में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जाए। साथ ही जो लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं, उनके लिए भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित बनाए कि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारू रूप से बनी रहे। मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने उपायुक्तों से कहा कि लोगों के एक जिले से दूसरे जिले और बाहरी राज्यों से निर्गमन पर पूर्ण रोक लगाई जाए। इसके अतिरिक्त श्रमिकों और अन्य राज्यों के कर्मियों को भी प्रदेश के बाहर जाने के लिए नहीं कहा जाए और उन्हें शिविरों में ही रखा जाए।
उपायुक्तों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने रविवार को उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से ये निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक जिले से दूसरे जिले और राज्य के बाहर लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए, जो लोग पहले ही राज्य में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जाए। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि जो लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं, उनके लिए भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए। प्रदेश के भीतर और अन्य राज्यों में फंसे हिमाचलवासियों से आग्रह किया है कि वे जहां हैं, वहीं बने रहें, क्योंकि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत अंतरराज्यीय और राज्य के अंदर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा रखी है।
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हो सुनिश्चित
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित बनाए कि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारू रूप से बनी रहे। उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों की सुविधा के लिए स्कूलों और डाइट भवनों में बनाए गए कैंपों में स्वच्छता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। जयराम ठाकुर ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे फंसे हुए लोगों को उसी स्थान पर बने रहने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन लोगों की हरसंभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाहर से और प्रदेश के एक जिला से दूसरे जिले में आए लोगों की पहचान करने के कार्य में पंचायती राज संस्थानों की सहायता ली जाए।
बाहरी प्रवेश पर पूर्ण रोक
मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने उपायुक्तों से कहा कि लोगों के एक जिले से दूसरे जिले और बाहरी राज्यों से निर्गमन पर पूर्ण रोक लगाई जाए। इसके अतिरिक्त श्रमिकों और अन्य राज्यों के कर्मियों को भी प्रदेश के बाहर जाने के लिए नहीं कहा जाए और उन्हें शिविरों में ही रखा जाए। पुलिस महानिदेशक एसआर मरड़ी ने कहा कि किसी भी अन्य राज्य से लोगों को लेकर आने वाले वाहनों को हिमाचल प्रदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार और आरडी धीमान तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक हरबंस सिंह ब्रसकोन भी बैठक में शामिल थे।