आज आधुनिकता के दौर में जहां सभी सुविधाएं ऑनलाइन हो रही है। वहीं, HRTC ने अभी तक 89 रूटों को ऑनलाइन नहीं किया है, जिससे यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा नहीं मिल रही है।
ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को टिकट बुक करवाना हो तो उसे बस अड्डे पर पहुंच कर टिकट बुक करवाना पड़ता है। हालांकि निगम 577 रूटों पर ऑनलाइन सुविधा दे रहा है, लेकिन इनमें 89 रूट ही है, जिन्हें ऑनलाइन नहीं किया है।
हिमाचल प्रदेश के 30 बस डिपुओं में 3669 बस सर्विस हैं। इन रूट सर्विस में 666 सर्विस लांग रूट पर दी जा रही है। वहीं, 577 रूटों पर ऑनलाइन सर्विस है, लेकिन बाकी बचे हुए रूटों पर यह सर्विस नहीं है।
एचआरटीसी संयुक्त समन्वय समिति पदाधिकारियों का कहना है कि निगम का अपना पोर्टल है और लोगों को ऑनलाइन सुविधा दी जा रही है, तो बचे हुए लांग रूटों पर भी ऑनलाइन बुकिंग की जानी चाहिए, ताकि सभी लांग बस सर्विस पर यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा मिल सके, जिन रूटों पर मौजूदा समय में ऑनलाइन बुकिंग नहीं है उन रूटों के लिए यात्रियों को बस स्टैंड पहुंचना पड़ता है ।
महिलाओं को कैसे मिलेगी किराए पर छूट
सरकार ने अभी हाल में महिलाओं को ऑनलाइन बुकिंग पर भी किराए में 50 प्रतिशत की छूट दी है। ऐसे यदि किसी रूट पर ऑनलाइन बुकिंग नहीं होगी, तो महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए समय से पहले बस स्टैंड पहुंचना होगा, ताकि वह सीट लेकर सफर में सरकार की किराए में 50 प्रतिशत छूट का लाभ उठा सके।
ऊना के 25 रूटों पर सुविधा ठप
प्रदेश में 30 डिपुओं से प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए लांग रूटों पर बसें चलती है। इनमें ऊना डिपो के 25 लांग रूटों पर ऑनलाइन बुकिंग सर्विस नहीं है।
इसी तरह रिकांगपिओ के 8, रोहडू के 4, रामपुर के 4, तारादेवी/नेरवा में 4, लोकल शिमला के 3, लोकल शिमला ग्रामीण के 2, करसोग के 7, परवाणू के 2, सोलन के 6, नाहन के 1, हमीरपुर के 3, बिलासपुर के 6, देहरा के 3, नालागढ़़ के 11, संसारपुर के10, मंडी के 2, कुल्लू के 9, सुंदरनगर के 9, सरकाघाट के 6, केलांग के 5, धर्मपुर के 5, नगरोटा बगंवा के 5, बैजनाथ के 5, चंबा के 5, जोगिंद्रनगर के 9 लांग रूटों पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा नहीं है।
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