शिमला में नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए शिमला पुलिस की कार्रवाई जारी है। शिमला पुलिस की ओर से नशे के तस्करों पर जमकर कार्रवाई की जा रही है।
शिमला जिला में पिछले एक महीने में पुलिस ने तीन गिरोह के 50 से ज्यादा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। इसमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां शाही महात्मा गैंग की हुई है।
स गैंग के 35 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए है। वहीं दर्जन भर तस्कर रंजन गैंग के हैं और आठ तस्कर राधे गैंग के हैं। हाल ही में शिमला पुलिस की टीम ने एसडीपीओ रामपुर नरेश शर्मा के नेतृत्व में कुछ दिन पहले पकड़े गए राधे गैंग के सदस्यों से पूछताछ के बाद रामपुर आस-पास क्षेत्रों से छह अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया है और कड़ी पूछताछ की जा रही है।
एसडीपीओ रामपुर नरेश शर्मा ने बताया कि नशे का कारोबार करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई बीते कई माह से आरंभ है और राधे गैंग से जुड़े आरोपियों के अलावा अन्य तस्करों पर लगाम लगाई जा रही है।
17 अक्टूबर को पुलिस ने चिट्टा तस्करों द्वारा एक बड़ी खेप पकड़ी गई थी। जिसके बाद आगामी कार्यवाही में रामपुर आसपास के छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें राजेश खनना 43 साल पुत्र गोपाल निवासी कोशगर तहसील रामपुर, धर्म सेन उम्र 35 साल पुत्र केवल राम निवासी निरमंड, उज्ज्वल कश्मीरी उम्र 29 साल निवासी रामपुर, ललित कुमार उम्र 36 साल पुत्र जिया लाल निवासी भडावली रामपुर, अमित कुमार पुत्र गोविंद सिंह निवासी कथेड्डा तांदी तहसील आनी व ध्रुव देष्टा पुत्र महेश देष्टा निवासी नरेन रामपुर को हिरासत में लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने दो लोगों को 19 अक्टूबर को हिरासत में लिया है।
सप्लाई चेन तोड़ने पर फोक्स
उधर, एसपी शिमला संजीव गांधी का कहना है कि शिमला में नशे की सप्लाई चैन तोड़ने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। इसमें काफी हद तक पुलिस को कामयाबी भी हाथ लगी है। इसके लिए पुलिस नशे के बड़े गिरोह का भंडाफोड कर रही है, ताकि जिले में नशे की सप्लाई चैन पर रोक लगाई जा सके।