हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है यहां ऊंचे-ऊंचे पर्वत और संकरी घाटियां तथा घने-घने हरेभरे वन है। जो इसकी सुंदरता को चार चांद लगा लेते है। वैसे तो हिमाचल प्रदेश में अनेक हिंदी फिल्मों की शूटिंग कुल्लू मनाली में हुई है। लेकिन जिला कुल्लू की सैंज घाटी अभी इन सब गतिविधियों से अछूत है।
इस घाटी को मात्र परियोजना नगरी के नाम से ही जाना जाता रहा है। लेकिन आने बाले समय मे सैंज घाटी फिल्मों की शूटिंग के लिए एक वेहतर जगह सावित होगी।
गीता फिल्म प्रोडक्शन के डायरेक्टर वैभव कुलकर्णी ने बताया है की हमारे कुछ साथियों ने सैंज घाटी का कुछ महीनों पहले भ्रमण किया था। फिर उनके मन में घाटी की सुंदरता को लेकर कुछ शूट फिल्माने का आइडिया आया।
यहां की सुंदरता को ध्यान पूर्वक देखा है यहां फिल्म जगत के लिए अच्छे स्थान है। उन्होंने बताया है कि यह फिल्म दी रॉबर्ट हाउस के नाम से बनाई जा रही है इस फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य सैंज घाटी की सुंदरता को निखारने और यहां की देव परंपरा व प्राचीन संस्कृति को जीवित रखना है।
इस फिल्म पर 28 मार्च से 25अप्रैल तक गीता प्रोडक्शन की पूरी टीम कार्य करेगी। वही दी रैबिट हाउस के मालिक बालमकुंद ठाकुर ने बताया है कि जनजाति पर्यटन दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए न तो किसी सरकार ने यहां पर कार्य किया और न ही कोई नेता अभी इस पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा है कि गीता फिल्म प्रोडक्शन का मैं बहुत आभारी रहूंगा कि उन्होंने यहां की देव संस्कृति और लोकल परंपरा वह घाटी की सुंदरता को निखारने के लिए दीदी ऑर्बिट हाउस के नाम से फिल्म बनाने की योजना बनाई जो फिल्म देश-विदेश में घाटी की सुंदरता को दिखाएगी।
इस फिल्म के बनने से देश विदेश के पर्यटक सैंज घाटी की सुंदरता को देखने के लिए दौड़े चले आएंगे जिससे घाटी के नौजवानों को रोजगार के साथ आय के साधन उत्पन्न होंगे।
सैंजघाटी के बेरोजगार युवाओं के लिए यह फिल्म आने वाले समय के लिए एक नए स्वरोजगार के रूप में कार्य करने जा रही है। वहीं, उन्होंने समस्त घाटी के युवाओं से आह्वान भी किया है की गीता फिल्म प्रोड्क्शन की स्पोर्ट के लिए इस समय सभी युवाओं को आगे आना चाहिए।