कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य निर्धारित लक्ष्य से एक साल पहले पूरा हो जाएगा। बिलासपुर जिला प्रशासन की ओर से निर्माण कार्य में तेजी लाए जाने के लिए किए गए प्रयासों में सफलता मिली है।
केंद्र सरकार ने गरामोड़ा से लेकर भवाणा मंडी तक फोरलेन को तैयार करने के लिए जून 2024 का लक्ष्य रखा है, लेकिन पहली अप्रैल, 2023 से यह फोरलेन यातायात के लिए शुरू हो जाएगा।
अहम बात यह है कि फोरलेन बन जाने के बाद कैंचीमोड़ से बिलासपुर की दूरी मात्र 22 किलोमीटर रह जाएगी। इस फोरलेन के बनने से बिलासपुर से कैंची मोड़ होते हुए किरतपुर के लिए सफर आसान एवं सुहाना हो जाएगा।
अभी बिलासपुर से स्वारघाट के रास्ते गरामोड़ा के लिए दो घंटे लग जाते हैं, लेकिन यह सफर घटकर आधे घंटे का रह जाएगा।
यहां बता दें कि कुल 47 किलोमीटर के इस फोरलेन में छोटी-बड़ी 5 टनल और 22 मुख्य व 14 छोटे पुलों का निर्माण हो रहा है। फोरलेन में 48 छोटे बड़े पुलों का निर्माण हो किया जा है, जिसमें से अब तक 22 मुख्य पुलों में से लगभग 18 पुल तैयार हो चुके हैं और छह बड़े पुल निर्माणाधीन है। इसके अतिरिक्त 16 छोटे पुलो में से 14 पुल तैयार हो चुके हैं और बाकी दो पुल निर्माणाधीन हैं।
कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पांच सुरंगों का निर्माण
कीरतपुर-नेरचौक पर पांच टनल बनाई जा रही हैं। इन सभी टनल के दोनों छोर पहले भी मिल चुके हैं। टनल नंबर एक स्वारघाट के कैंची मोड़ जगह पर बनाई जा रही है। 1800 मीटर यह टनल परियोजना की सबसे लंबी टनल है।
टनल नंबर तीन तुन्नू में है, जिसकी लंबाई 550 मीटर है। टनल नंबर चार टीहरा में है, जिसकी लंबाई 1265 मीटर है। टनल नंबर पांच भवाणा सुंदरनगर में है, जिसकी लंबाई 740 मीटर है। इसी तरह टनल नंबर एक की समानांतर टनल का निर्माण भी शुरू हो चुका है।