शिमला में हिमाचल का पहला साइबर डाटा सेंटर

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राजधानी शिमला के साइबर सैल में प्रदेश का पहला साइबर डाटा सेंटर बनाया गया है, जल्द ही इस साइबर स्टेशन वन डाटा सेंटर का शुभारंभ किया जाएगा।

साइबर सैल में डाटा सेंटर बनने कम समय में साइबर क्राइम की शिकयतें निपटाने में मदद मिलेगी। साइबर स्टेशन वन डाटा सेंटर के पहले फेस में 12 से 15 डाटा एंटी स्टेशन बनाए जाएंगे।

साइबर स्टेशन वन डाटा सेंटर में दो पुलिस कर्मी लोगों की शिकायतें सुनेंगे। फोन कॉल के साथ-साथ ही पीडि़त लोगों की पूरी शिकायत दर्ज की जाएगी।

साइबर स्टेशन वन डेटा सेंटर में एक एनजीओ रैंक का अधिकारी टीम लीडर के रूप में सेवाएं देगें। इसके अलावा एसपी कार्यालय डैश बोर्ड के माध्यम से 24 घंटे डाटा एंटी स्टेशन नजर रख सकेंगे।

प्रदेश में ट्रोल फ्री साइबर हेल्पलाइन नंबर पर 24 घंटे में कभी भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। प्रदेशभर से ट्रोल फ्री साइबर हेल्पलाइन नंबर पर रोजान 250 से अधिक शिकायतें दर्ज कर जा रही है।

साइबर सैल का ये हेल्पलाइन नंबर 1930 एनसीआरबी पोर्टल से 29 जुलाई को इंटीग्रेटिड किया गया है। प्रदेश में साइबर ठगी के मामलों में रिकवरी दर तीन प्रतिशत से बढकऱ 11 प्रतिशत पहुंच गई है।

प्रदेश में साइबर ठगी के मामलों में दो माह में आठ करोड़ 16 लाख रुपए की राशि लोगों से शातिरों ने ठगी है। साइबर सैल की टीम ने इसमें से 87 लाख रुपए की राशि रिकवर कर ली है। -एचडीएम

राज्य में कम समय में निपटेंगे साइबर क्राइम संबंधी केस

डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला का कहना है कि साइबर सैल में प्रदेश का पहला साइबर डाटा सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसमें तीन सीरिज में पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग करवाई जाएगी।

डीआईजी मोहित चावला ने कहा कि जल्द ही साइबर डाटा सेंटर का शुभारंभ किया जाएगा। एसपी कार्यालय डैश बोर्ड के माध्यम से 24 घंटे डाटा एंटी स्टेशन नजर रख सकेंगे।

इसमें लोगों की शिकायतें सुनने के लिए हर डेस्क पर दो-दो जवान तैनात किए जाएंगे। साइबर डाटा सेंटर से साइबर क्राइम के मामलों को कम समय में निपटाने में मदद मिलेगी।

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