देश में कोरोना वायरस का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है. इस बीच कोरोना संकट से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन को दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया है. अब देश में 17 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा. गृह मंत्रालय के जरिए इसकी जानकारी दी गई.दरअसल, लॉकडाउन 2.0 की मियाद तीन मई को खत्म होने वाली थी. हालांकि इससे पहले ही मोदी सरकार के जरिए देशव्यापी लॉकडाउन को दो हफ्तों के लिए बढ़ाए जाने का फैसला किया गया है.
17 मई तक रहेगा लॉकडाउन
अब चार मई से 17 मई तक ये लॉकडाउन 3.0 लागू रहेगा. इस दौरान जारी रहने वाली गतिविधियों के लिए गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी भी जारी की है.हालांकि मोदी सरकार ने इस बार लॉकडाउन में कुछ छूट दी है. इस छूट के मद्देनजर ग्रीन और ऑरेंज जोन में कई तरह की रियायतें दी गई है. इन रियायतों में ई-कॉमर्स को भी छूट का ऐलान किया गया है. ग्रीन और ऑरेंज जोन में ई-कॉमर्स को मंजूरी दी गई है.
सामान की होगी ऑनलाइन डिलीवरी
इन जोन में गैर-जरूरी सामानों की ऑनलाइन डिलीवरी पर छूट दी गई है. इसके साथ ही ग्रीन जोन में 50 फीसदी सवारी लेकर बसें चलाने की अनुमति दी गई है. ग्रीन जोन में बस डिपो में 50 फीसदी कर्मचारी ही काम करेंगे.हालांकि इस दौरान कई गतिविधियों पर रोक जारी रहेगी. लॉकडाउन के दौरान स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों को 17 मई तक बंद रखा जाएगा. इसके अलावा मॉल्स, पब्स आदी को भी बंद रखा जाएगा. इस दौरान हवाई, रेल और मेट्रो की यात्राओं पर पाबंदी रहेगी.
पहले 3 मई तक था लॉकडाउन
बता दें कि सबसे पहले 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 25 मार्च से 14 अप्रैल तक पहला लॉकडाउन चला. इसके बाद 15 अप्रैल से 3 मई तक 19 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान भी पीएम मोदी की ओर से किया गया था.
गृह मंत्रालय ने किया ऐलान
हालांकि इस बार गृह मंत्रालय के जरिए लॉकडाउन बढ़ाए जाने का ऐलान किया गया है. गृह मंत्रालय ने 14 दिनों के लिए लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा की. इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने राज्यों से सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवाए जाने की बात कही है.देश में कोरोना वायरस मामलों में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है.
अब तक 35 हजार मरीजों की पुष्टि
अब तक देश में 35 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. देश में अब तक 35365 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 1152 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं 9065 लोगों का इलाज किया जा चुका है.