देवभूमि हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में शुमार श्री चामुंडा मंदिर में अब 111 फूट का भव्य गुबंद तैयार किया जाएगा। जिला कांगड़ा के श्री चामुंडा मंदिर के गर्भगृह का तीन करोड़ से पूरी तरह से स्वरूप बदल दिया जाएगा।
श्री चांमुडा मंदिर की ओर से अपने ही बजट से सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा। गर्भगृह में स्थापित वर्षों पुराने मंदिर को उसी आधार पर रहने दिया जाएगा, जबकि बाहरी दिवारों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
इसके तहत तीन गुबंद से तैयार होने वाले गर्भगृह के दूर से ही श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। पीडब्लयूडी धर्मशाला ने टेंडर अवार्ड कर दिया है, जबकि अब नौ माह में गर्भगृह का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के तीन शक्तिपीठों बजे्रश्वरी मंदिर कांगड़ा, ज्वालाजी मंदिर ज्वालामुखी व श्री चामुंडा मंदिर धर्मशाला में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से विशेष रूप से दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
वहीं मौजूदा समय में श्री चामुंडा मंदिर के जीर्णोद्धार किए जाने का कार्य चल रहा है। इसमें मंदिर के पूरे स्वरूप को पूरी तरह से बदल दिया गया है। हालांकि अभी तक मुख्य मंदिर के गर्भगृह और गुबंद को लेकर कार्य होना बाकि है।
इसके लिए धर्मशाला प्रशासन व मंदिर अधिकारियों की ओर से योजना बनाकर कार्य शुरू कर दिया गया है।
श्री चामुंडा मंदिर के गर्भगृह के पुराने मंदिर को उसी तर्ज पर दर्शन के लिए रहने दिया जाएगा, जबकि मंदिर के गुबंद व आसपास की दिवारों में बड़ा परिवर्तन किया जाएगा।
इसमें सबसे पहले गुंबद को 111 फूट किए जाने के लिए तीन गुबंदों का निर्माण किए जाने का प्रोपोजल बनाया गया है। जिसमें पहला गुबंद 40-50 फूट, दूसरा 30 से 35 फूट और तीसरा गुबंद 15 से 20 फूट का तैयार किया जाएगा।
इसके अलावा भी गुबंद के सबसे ऊपरी हिस्से में आकर्षण धातू के कलश व अन्य धार्मिक व सौंदर्य प्रदान करने वाले उपकरण भी लगाए जाएंगे।
लोक निर्माण विभाग की ओर से पौने दो करोड़ के बजट का कार्य अवार्ड कर दिया गया है। जबकि मंदिर के कुल सौंदर्य व गुबंद निर्माण को लेकर प्रस्तावित तीन करोड़ के कार्यों को आगामी समय में अवार्ड किया जाएगा।
वहीं कार्य को नौ माह में पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग धर्मशाला उपमंडल के सहायक अभियंता धशमेंद्र सिंह पाल ने बताया कि श्री चामुंडा मंदिर के गुबंद निर्माण व सौंदर्यीकरण के लिए कार्य को अवार्ड कर दिया गया है।
धर्मशाला के तहसीलदार एवं श्री चामुंडा मंदिर के अधिकारी गिरी राज ठाकुर ने बताया कि मंदिर के बजट से गर्भगृह का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसका जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया है, जिसमें पुराने मंदिर के मूल स्वरूप को उसी तर्ज में रखकर गुबंद का भव्य निर्माण व सौंदर्यीकरण किया जाएगा। (एचडीएम)