हिमाचल में एक बार फिर व्हाइट क्रिसमस का सपना अधूरा रह गया है। 21 साल से क्रिसमस के मौके पर प्रदेश में बर्फबारी नहीं हुई है। हालांकि दिसम्बर माह में बर्फबारी हुई है लेकिन 25 दिसम्बर को बर्फबारी के दीदार नहीं हुए हैं। मौसम विभाग ने क्रिसमस पर बर्फबारी का अनुमान लगाया था।
इस दौरान प्रदेश में बादल तो छाए रहे, लेकिन बर्फबारी नहीं हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 21 साल बाद भी हिमाचल में क्रिसमस पर बर्फबारी नहीं हुई हैं। हालांकि क्रिसमस से एक दिन पहले या बाद में बर्फबारी हुई है। क्रिसमस के बाद अब प्रदेश में न्यू ईयर पर बर्फबारी के आसार बन रहे हैं लेकिन न्यू ईयर पर बर्फबारी होगी या नहीं, यह मौसम के मिजाज पर ही निर्भर करेगा।
राज्य के कई शहरों का पारा शून्य से काफी नीचे
प्रदेश में शीतलहर चलनी शुरू हो गई है। राज्य के कई शहरों का पारा शून्य से काफी नीचे गिर गया है। खासकर केलांग का न्यूनतम तापमान -10.8 डिग्री सैल्सियस तक लुढ़क गया है। इसी तरह कुकुमसैरी का न्यूनतम तापमान -8.1 डिग्री, कल्पा का -3.9 डिग्री व मनाली -1.5 डिग्री रिकार्ड किया गया है। शिमला का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री, सुंदरनगर -0.5 डिग्री, धर्मशाला 5.2 डिग्री, ऊना 0.3 डिग्री, पालमपुर 3.2 डिग्री, सोलन 1.4 डिग्री, मंडी 0.2 डिग्री, हमीरपुर 1.3 डिग्री, नारकंडा का -0.5 और रिकांगपियो का -0.6 डिग्री सैल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।
3 माह से प्रदेश में ड्राई स्पैल बरकरार
प्रदेश में करीब 3 महीनों से चल रहा ड्राई स्पैल बरकरार है। अक्तूबर महीने के पहले सप्ताह के बाद प्रदेश में बारिश बर्फबारी नहीं हुई है। ऐसे में प्रदेश में सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। किसानों-बागवानों को सूखे के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश-बर्फ बारी न होने के कारण बगीचों में होने वाले कार्य रुके हुए हैं।
अधूरी रही सैलानियों की हसरत
प्रदेश के पर्यटन स्थलों में व्हाइट क्रिसमस देखने की हसरत लिए भारी संख्या में सैलानी उमड़ पड़े हैं, लेकिन मौसम ने सैलानियों की इच्छाओं पर पानी फेर दिया है। शिमला, मनाली व कुल्लू के होटलों में ऑक्यूपैंसी फुल चल रही है। क्रिसमस के बाद अब सैलानी न्यू ईयर पर बर्फ बारी देखने की उम्मीद लगाए हुए हैं।