लाहुल-स्पीति जिला में पर्यटक वाहनों की आवाजाही बढ़ती जा रही है। इस वर्ष 35 प्रतिशत पर्यटक वाहनों की आवाजाही में वृद्धि हो गई है।
पुलिस की पैनी नजर में वाहनों की प्रवेश दिया जा रहा है। पर्यटक वाहनों की आवाजाही से यह लग रहा है कि देश-दुनिया के लोगों को लाहुल-स्पीति की वादियां खूब भा रही है।
बस अब सरकार को यहां के पर्यटन को विकसित करने के लिए कदम उठाने होंगे। एसपी लाहुल-स्पीति मयंक चौधरी के अनुसार गत वर्ष जिला में अटल टनल व रोहतांग दर्रे से 8 लाख 93 हजार 262 के करीब वाहनों की आवाजाही हुई, जिसमें चार लाख 29 हजार 403 वाहन आए और 4 लाख 63 हजार 859 वाहन बाहर गए।
इस वित्तीय वर्ष में 15 सितंबर तक जिला में 12 लाख 14 हजार 395 वाहनों की अभी तक आवाजाही हो चुकी है, जो गत वर्ष की अपेक्षा 35 प्रतिशत की अभी तक वृद्धि हुई है।
इसमें अभी तक 5 लाख 69 हजार 952 वाहन लाहुल-स्पीति आए और 6 लाख 44 हजार 443 वाहन बाहर गए हैं। इस वर्ष 8 हजार 131 वाहनों का 15 सितंबर तक चालान किया गया है और गत वर्ष इसकी संख्या 6 हजार 583 रही।
258 लोग किए रेस्क्यू
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जिला में पांच मुख्य रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 258 लोगों को रेस्क्यू किया है। जिला में ट्रैफिक मैनेजमेंट, लॉ एंड ऑर्डर, पर्यटकों, आम जनमानस की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चितता बनाने के लिए विभिन्न स्थलों पर सरकारी व गैर सरकारी 903 सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी 24 घंटे कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सैलानियों की सुरक्षा को पुलिस तैनात
एसपी लाहुल-स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि आगामी पर्यटन सीजन में रोड क्लीयरेंस के लिए सीमा सडक़ संगठन व जिला प्रशासन की मदद से रिकवरी वाहन भी तैनात किए जाएंगे, ताकि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसी तरह से त्वरित कार्रवाई और किसी भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात रहेंगे।