शिमला: हिमाचल प्रदेश में जुलाई महीने में जमकर मेघ बरसे हैं। प्रदेश में इस बार जुलाई महीने में सामान्य से 76 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस महीने 30 जुलाई तक 454.9 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 260.8 मिमी रहती है।
प्रदेश में साल 2004 के बाद यह सबसे अधिक बारिश है। शिमला जिला में इस बार जुलाई महीने में 187 फीसदी अधिक बारिश हुई है, जबकि किन्नौर में सबसे अधिक 206 फीसदी बारिश हुई है। किन्नौर में सामान्य बारिश 64.2 मिमी होती है जो इस बार 196 मिमी अधिक है।
वहीं, जिला कुल्लू में इस बार 163 फीसदी अधिक, सिरमौर में 159 फीसदी अधिक, सोलन में 148 फीसदी अधिक, बिलासपुर में सामान्य से 75 फीसदी अधिक, चंबा में 61 फीसदी अधिक, हमीरपुर में भी सामान्य से अधिक 475.8 मिमी बारिश हुई है।
मंडी में भी सामान्य से 46 फीसदी अधिक मेघ बरसे हैं। लाहौल-स्पीति में 22 फीसदी अधिक और कांगड़ा में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 5 अगस्त तक कई भागों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। प्रदेश में 2 और 3 अगस्त के लिए कुछ भागों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 5,657 करोड़ का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में बारिश से 187 लोगों की मौत, 218 घायल व 34 लापता है।
भू-स्खलन से 699 मकान जमीदोंज व 7093 क्षतिग्रस्त हुए हैं। मानसून में भू-स्खलन की 71 और बाढ़ की 51 घटनाएं सामने आई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में दो एनएच समेत 409 सडक़ें अभी भी बंद है।