शिमला : विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर पहली बार सात कोच के साथ रेलगाड़ियों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। फिलहाल यहां पर चलने वाली रेलगाड़ियां 22 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हैं।
इसे बढ़ाकर अब 25 किमी प्रतिघंटा से अधिक किया जाएगा। जल्द इसके ट्रायल शुरू होंगे।रेलवे कोच फैक्टरी कपूरथला में इसके लिए नए कोच तैयार किए जा रहे हैं। इन कोच के साथ यह ट्रायल लिए जाएंगे।
इससे पहले भी ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के लिए ट्रायल लिए गए थे, मगर वह केवल चार कोच के साथ हुए थे। पहली बार सात कोच को जोड़कर यह ट्रायल लिए जाएंगे।
ट्रायल सफल रहा तो कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर सभी रेलगाड़ियां 25 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पर चलाई जाएंगी। ट्रायल सफल रहता है तो इससे कालका से शिमला के बीच का सफर जल्द खत्म होगा।
मौजूदा समय में कालका से शिमला के लिए करीब छह घंटे का समय लगता है। अगर स्पीड़ बढ़ती है तो कालका से शिमला ट्रेन पहुंचने के समय में 45 मिनट से एक घंटा तक कम लगेगा।
ऐसे बढ़ेगी रफ्तार
रेलवे अधिकारियों के अनुसार नए रेलवे कोच में सस्पेंशन को अपग्रेड किया जा रहा है। हर कोच में एंटी ब्रेक सिस्टम को भी पॉवरफुल किया जा रहा है। इसके अलावा कालका से शिमला तक रेललाइन में कई तंग मोड़ खोल दिए गए हैं।
पहले यहां पर ट्रेन की रफ्तार काफी कम करनी पड़ती थी, मगर अब मोड़ खुलने के बाद इसमें रफ्तार कम नहीं होगी।
साथ ही रेलवे लाइन के नीचे बिछने वाले कंक्रीट की ऊंचाई भी कई जगह कम कर दी गई है। इससे स्पीड बढ़ाने में अधिक खतरा नहीं होगा।
रेलमोटर कार ही चलती है 25 की रफ्तार मेंकालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर केवल रेल मोटर कार की रफ्तार ही 25 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
अन्य कोई भी रेलगाड़ी 22.50 किमी से अधिक नहीं चल पाती। नेरोगेज होने के कारण यहां पर रफ्तार नहीं बढ़ाई जा रही थी। मगर अब नए कोच के साथ इसमें ट्रायल होंगे।
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेललाइन पर अब रेलगाड़ियों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। इसके लिए नए कोच तैयार किए जा रहे हैं।
पहली बार सात कोच के साथ जल्द ट्रायल शुरू किए जाएंगे। यदि ट्रायल सफल रहते हैं तो सभी रेलगाड़ियां 25 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ही दौड़ेंगी।