शिमला: सस्ते राशन के डिपुओं में जब से राशन कार्ड डिजिटल सिस्टम का हुआ है, उपभोक्ताओं को तकनीक के साथ साथ चलना होगा। अन्यथा राशन कार्ड इस्तेमाल न किए ने की सूरत में तीन महीने के बाद स्वयं ही बंद हो जाएगा।
ऐसी उस स्थिति में उपभोक्तओं को दोबारा से राशन कार्ड बनाने के लिए अप्लाई करना पड़ेगा। अगर उपभोक्ता तीन महीनों से इनके कार्ड से राशन नहीं लिया है, तो कार्ड ब्लॉक हो जाएंगे।
तीन महीने तक राशन न लेने पर यह कार्ड अपने आप ही साइलेंट मोड में चला जाता है और बंद हो जाता है। ऐसे में इसको पुन. चालू करवाने के लिए कार्यालय में प्रार्थनापत्र देना होगा। अब यह सिस्टम का एक हिस्सा बन गया है।
अगर बात कुल्लू जिला की करें, तो यहां पर 117216 डिजिटल राशन कार्ड धारक हैं। आधार से लिंक होने के कारण और ऑनलाइन डाटा होने के कारण यह पता चलता है कि कितने राशन कार्ड धारकों ने राशन नहीं लिया।
अब विभाग ने राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड ब्लॉक करने का निर्णय लिया है, जो कि डिपुओं का राशन ही नहीं लेते हैं। तीन महीने से अधिक राशन न लेने के कारण यह पहले ही अमान्य होंगे।
राशन नहीं लेना चाहते, तो छोड़ दें, लेकिन तीन माह में एक बार पीओएस मशीन में डिजिटल कार्ड को स्कैब करवाना अनिवार्य है। (एचडीएम)
दोबारा करना होगा अप्लाई
जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक शिवराम राही ने बताया कि उपभोक्ता डिपुओं में डिजिटल राशन कार्ड की पीओएस मशीन में स्कैब अवश्य करवा लें, ताकि भविष्य में उस राशन कार्ड धारक उपभोक्ता को राशन प्राप्त करने में कठिनाई न हो।
अन्यथा तीन माह के बाद स्वयं ही कार्ड बंद हो जाएगा और दोबारा से विभाग के पास राशन कार्ड के लिए अप्लाई करना पड़ेगा।