बरसाती जख्मों को अब केंद्र से मरहम की आस

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हिमाचल में मानसून से नुकसान की भरपाई की उम्मीद अब केंद्र सरकार से जुड़ गई है। प्रदेश में तीन जिलों का दौरा कर वापस लौटी टीम ने प्रदेश के नुकसान की रिपोर्ट केंद्र सरकार के सुपुर्द कर दी है।

टीम ने बादल फटने से प्रभावित शिमला, कुल्लू और मंडी का दौरा किया है। इसके बाद प्रदेश सरकार के आलाधिकारियों के साथ मानसून की रिपोर्ट पर बैठक की थी। इसके अलावा टीम ने कुल्लू और मंडी, दोनों जिलों में उपायुक्तों से भी नुकसान को लेकर चर्चा की है।

अब इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार आपदा का आकलन कर हिमाचल को मदद भेजेगी। गौरतलब है कि 31 जुलाई और पहली अगस्त की इस प्राकृतिक आपदा में 55 लोग लापता हो गए थे।

इनमें कुल्लू के तीन लोगों समेत सबसे ज्यादा 36 शिमला के समेज से, जबकि कुल्लू से नौ और मंडी से 10 लोग लापता हुए थे। इसके बाद छेड़े गए खोज अभियान में शिमला से 23 शव बरामद किए गए थे, जबकि मंडी से नौ लोगों की तलाश पूरी कर ली गई थी। जो शव बरामद हुए थे उन्हें डीएनए जांच के बाद परिजनों को सौंपा गया।

बाद में रेस्क्यू आपरेशन को रोक दिया गया और अब तक भी जो लोग लापता हैं, उनके परिजनों को कोई विशेष राहत नहीं मिल पाई है। इस आपदा के दौरान बड़ी संख्या में घरों को भी नुकसान पहुंचा है और परिजन राहत राशि का इंतजार कर रहे हैं।

इसके अलावा मानसून सीजन के दौरान प्रदेश भर में 1360 करोड़ रुपए के नुकसान आपदा प्रबंधन विभाग ने दर्ज किया है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में मानसून की वजह से अलग-अलग विभागों को हुए नुकसान की बात करें तो पीडब्ल्यूडी को 633 करोड़, जलशक्ति विभाग को 540 करोड़, बागबानी विभाग को 139 करोड़, कृषि विभाग को एक करोड़ 32 लाख, बिजली बोर्ड को 98 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

हिमाचल में 27 जून के बाद से बरसात के मौसम में 342 लोगों की मौत अलग-अलग वजहों से हुई थी, जबकि 28 लोग अभी तक लापता हैं। राज्य सरकार की ओर से हादसों की वजह से हुई मौत के मामले में अभी तक 13 करोड़ 68 लाख रुपए मुआवजे के तौर पर मृतकों के परिजनों को बांटे जा चुके हैं।

केंद्र से राहत मिलते ही विभागों को मदद

मानसून सीजन के दौरान प्रदेश भर में इस बार 600.9 मिमीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। हिमाचल में 27 जून को मानसून दाखिल हुआ था। मानसून सीजन के दौरान 18 फीसदी बारिश कम हुई है।

आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक दुनी चंद राणा ने बताया कि केंद्र से आई टीम को नुकसान की जानकारी दे दी गई है। हिमाचल में 1360 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि केंद्र से राहत मिलते ही संबंधित विभागों को नुकसान की भरपाई कर दी जाएगी। गौरतलब है कि मानसून के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को 633 करोड़ रुपए का हुआ था, जबकि इसके बाद जलशक्ति विभाग को 540 करोड़ रुपए की चपत लगी थी।

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