संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण पर शिमला में हुआ विरोध प्रदर्शन

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संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर गुरुवार को सड़क से लेकर विधानसभा तक खूब हंगामा हुआ। अवैध निर्माण को तोड़ने की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने गुरुवार को स्थानीय बाजार में जबरदस्त प्रदर्शन किया।

शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण के चलते लोगों ने किया जबरदस्त विरोध प्रदर्शन

इस दौरान संजौली चौक से ढली टनल तक लोगों ने एकत्रित होकर जोरदार नारेबाजी की। स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।

प्रदर्शन के कारण दोपहर के समय घंटों तक वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित रही। दोपहर में सैकड़ों की संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए ढली टनल की ओर रवाना हुए। इसके बाद फिर संजौली चौक पर पहुंचे।

लोग पार्टी लाइन से हटकर भी प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे। प्रदर्शन में दोपहर के समय प्रदेश सरकार के मंत्री हर्षवद्र्धन चौहान भी शामिल हुए। शाम को हर्षवद्र्धन चौहान के साथ विक्रमादित्य सिंह भी प्रदर्शन स्थल पर पहुुंचे।

लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर दो दिनों में अवैध निर्माण नहीं तोड़ा, तो वे हजारों की संख्या में एकत्रित होकर दोबारा प्रदर्शन करेंगे।

इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। जनता में आक्रोश इस बात का था कि प्रशासन की आंखों के सामने अवैध निर्माण होता रहा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसके अलावा लोगों ने प्रदेश सरकार से बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों को पंजीकरण करने और सड़कों के किनारे अवैध रूप से रेहड़ी-फड़ी सजाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की।

संजौली बाजार में प्रदर्शन को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात रहे। इस दौरान संजौली चौक पर क्यूआरटी के जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ था।

बाजार के अलावा लक्कड़ बाजार-आईजीएमसी जाने वाले मार्ग के अलावा वॉक-वे पर भी जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात थे।

इसके अलावा विवादित धार्मिक स्थल के आसपास भी बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। उधर, विधानसभा में भी यह मामला उठाया गया, जहां शहरी विकास मंत्री ने साफ कहा कि इस मामले में कानून के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

मामला पहले से ही कोर्ट में चल रहा है। वहां से जो भी फैसला आएगा, सरकार उस पर अमल करने में जरा सी भी देर नहीं लगाई जाएगी।

सीएम बोले, शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें कानून से ऊपर कोई नहीं

शिमला। संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी स्थिति साफ की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार सबका है, लेकिन कानून से ऊपर कोई नहीं है।

यदि किसी ने कानून को हाथ में लिया, तो सरकार कार्रवाई करेगी। चाहे फिर कोई भी नेता या किसी पार्टी का कार्यकर्ता क्यों न हो? मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले पर शहरी विकास मंत्री ने विधानसभा के अंदर जवाब दिया है।

सरकार नियम अनुसार कार्रवाई करेगी। प्रदेश में आने वाले सभी नागरिकों को सुरक्षा देना सरकार का दायित्व है। हिमाचल में सभी धर्मों का सम्मान है।

इस बारे में कानून व्यवस्था का कड़ाई से पालन होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्रियों में इस बारे में कोई विरोधाभास नहीं है, न ही किसी ने विरोधाभासी बयान दिया है।

कुसुम्पटी में मस्जिद पर भी विवाद

शिमला। राजधानी शिमला के संजौली से अवैध मस्जिद विवाद के बाद अब कुसुम्पटी में मस्जिद पर विवाद शुरू हो गया है। लोगों ने कुसुम्पटी में भी दूसरे राज्य से आए लोगों पर अवैध ढंग से मस्जिद चलाने के आरोप लगाए हैं।

लोगों का आरोप है कि घर के लिए ली गई जमीन में मस्जिद चलाई जा रही है। बिना अनुमति के अंदर ही अंदर इसमें कंस्ट्रक्शन का कार्य किया जा रहा है।

कुसुम्पटी वार्ड नं 27 नगर निगम की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि कुसुम्पटी के लोगों ने निर्णय लिया है कि उन्हें अपने यहां चल रही अवैध मस्जिद के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।

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