शिमला: हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन के चलते 100 से अधिक सड़कें अभी भी यातायात के लिए ठप हैं। मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक दो नेशनल हाईवे सहित 203 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं।
शिमला जिले में सबसे अधिक 70, कुल्लू 51 व मंडी जिले में 40 सड़कें ठप हैं। इसके अलावा 32 बिजली ट्रांसफार्मर व 32 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हैं। मंगलवार सुबह मंडी-पठानकोट हाईवे जोगिंद्रनगर के सुकाबाग में पेड़ गिरने से दो घंटों तक यातायात ठप रहा।
उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कई भागों में 14 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि इस दौरान बारिश को लेकर किसी तरह अलर्ट जारी नहीं हुआ है।
शिमला व आसपास भागों में आज धूप खिलने के साथ हल्के बादल भी छाए हुए हैं। धर्मशाला में 48.0 और पंडोह में 32.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मानसून सीजन में अब तक 216 लोगों की गई जान
इस बार मानसून में 24 जून से 7 अगस्त तक प्रदेश में 6703.60 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। 216 लोगों की जान गई है। 248 लोग जख्मी हुए हैं। बाढ़ से 888 मकान ढह गए, जबकि 7603 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इस दौरान भूस्खलन की 80 और अचानक बाढ़ की 53 घटनाएं सामने आई हैं। इसके अलावा 265 दुकानें व 2492 गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा हुआ है।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 16.5, सुंदरनगर 22.0, भुंतर 20.6, कल्पा 14.5, धर्मशाला 19.2, ऊना 24.2, नाहन 23.2, केलांग 10.9, पालमपुर 19.0, सोलन 20.6, मनाली 16.9, कांगड़ा 23.5, मंडी 21.8, बिलासपुर 24.6, चंबा 22.0, डलहौजी 16.4, जुब्बड़हट्टी 19.5, कुफरी 14.0, कुकुमसेरी 11.8, नारकंडा 12.7, भरमौर 13.0, रिकांगपिओ 17.2, सेऊबाग 20.2, धौलाकुआं 25.3, मशोबरा 15.7, पांवटा साहिब 26.0, सराहन 18.0 और देहरागोपीपुर में 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।