मनाली : सीमा पर चीन के साथ बढ़े तैनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने बीआरओ को अटल टनल जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। लिहाजा अटल टनल का निर्माण कार्य बीआरओ ने युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। बीआरओ के अधिकारी जहां दो शिफ्टों में काम कर रहे हैं, वहीं टनल का निर्माण का दिन-रात चल रहा है।
सितम्बर तक रखा है लक्ष्य
रक्षा मंत्रालय ने अटल टनल का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य जहां सितंबर माह का रखा है, वहीं कोरोना के संकट के बीच बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के शुरुआती दौर में लॉकडाउन के चलते टनल का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ था। ऐसे में निधारित लक्ष्य को समय पर हासिल करना उनके लिए चुनौती बना हुआ है।
90 फीसदी कार्य पूरा
यहां बता दें कि चार हजार करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही 8.8 किलोमीटर लंबी अटल टनल का 90 फीसदी कार्य पूरा हो गया है। ऐसे में चीन के साथ सीमा पर चल रहे विवाद के बीच जहां रक्षा मंत्रालय जल्द से जल्द इस टनल को तैयार करना चाह रहा है।
मनाली से लेह 46 किलोमीटर कम होगी दूरी
वहीं बीआरओ के अधिकारियों को इस संबंध में विशेष निर्देश भी दे दिए गए हैं। टनल बन जाने के बाद मनाली से लेह का सफर 46 किलोमीटर तक कम होगा। ऐसे में सेना के वाहन जहां कम समय में लेह व कारगिल पहुंच सकेंगे, वहीं रक्षा मंत्रालय के इस महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर खुद पीएम मोदी नजर बनाए हुए हैं।
हाल ही में बीआरओ के उच्चाधिकारियों ने भी अटल टनल का जायजा लिया है और अधिकारियों के साथ बैठक कर इस टनल को जल्द से जल्द तैयार करने के लिए कहा है।
पर्यटन की दृष्टि से है महत्वपूर्ण
ऐसे में अटल टनल का निर्माण कार्य एक बार फिर युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि अटल टनल के तैयार हो जाने के बाद लाहुल का संपर्क साल भर विश्व से जुड़ा रहेगा, वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी यह टनल अति महत्त्वपूर्ण है। अटल टनल को तय समय पर तैयार करने के लिए बीआरओ के जवानों ने अपनी पूरी ताकत लगा डाली है।
बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि रक्षा मंत्रालय के नए आदेशों को ध्यान में रख जहां अटल टनल का शेष बचा कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। वहीं मामले की गंभीरता को ध्यान में रख बीआरओ के अधिकारियों ने मीडिया से भी दूरियां बनाई हुई हैं।
रंगरिक में जल्द बने हवाई पट्टी
सीमा पर चीन के साथ नाजुक बने हालातों को ध्यान में रख लाहुल-स्पीति के सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है, वहीं स्पीति के लोगों ने सरकार से यह मांग की है कि घाटी के रंगरिक में हवाई पट्टी का निर्माण जल्द से जल्द किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर सीमा पर जवानों की ताकत बढ़ाई जा सके।
इस संबंध में लाहुल-स्पीति के विधायक एवं कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय का कहना है कि वह रंगरिक में हवाई पट्टी के निर्माण को लेकर केंद्र के समक्ष एक बार फिर यह मुद्दा उठाएंगे।