रोप-वे पर कल नीति आयोग को जवाब देगा हिमाचल

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शिमला : हिमाचल में 2800 करोड़ रुपए से प्रस्तावित रोप-वे प्रोजेक्टों पर नीति आयोग में चर्चा हुई है। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में इसे लेकर बैठक थी, जिसमें नीति आयोग के तकनीकी अधिकारियों ने प्रोजेक्ट पर चर्चा की। उन्होंने कुछ मामलों को लेकर सवाल किए हैं, जिनके जवाब सोमवार को उन्हें सौंपे जाएंगे। उम्मीद है कि इसके बाद प्रस्ताव इकोनॉमिक अफेयर्स मंत्रालय को जाएगा, जिसकी बैठक 20 फरवरी से पहले होने की संभावना है। नीति आयोग की तकनीकी कमेटी ने यहां के रोप-वे प्रोजेक्ट पर चर्चा की है। हिमाचल के अधिकारियों ने प्रदेश के लिए इनकी किस तरह से जरूरत है, इसे बताया और इसमें केंद्र सरकार से मदद की बात कही।

तीन शहरों में होगा रोप वे नेटवर्क

प्रदेश के तीन प्रमुख शहरों में रोप-वे नेटवर्क खड़ा करने के लिए सरकार को 2800 करोड़ रुपए की दरकार है। केंद्र सरकार से यह पैसा हिमाचल को मिलता है, तो इन शहरों में ऐसा नेटवर्क खड़़ा होगा, जिससे शहर की यातायात समस्या दूर हो जाएगी। इन प्रमुख शहरों में राजधानी शिमला, धर्मशाला व मनाली शामिल हैं। राज्य के यह तीनों बड़े शहर हैं, जहां पर यातायात की समस्या विकराल हो चुकी हैं और तभी सरकार चाहती है कि यहां पर आवागमन की सुविधा के लिए रोप-वे नेटवर्क जोड़ दिया जाए।

नीति आयोग की संस्तुति जरूरी

नीति आयोग में इस मामले पर चर्चा चल रही है और नीति आयोग की संस्तुति इसमें जरूरी है। यहीं से मामला इकोनॉमिक अफेयर्स मंत्रालयमें जाएगी। बताया जाता है कि वित्त मंत्रालय की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक फरवरी महीने में होनी है, जिससे पहले नीति आयोग से मामला उनको जाना है। इन दिनों दिल्ली में रोप-वे प्रोजेक्ट पर चर्चा हो रही है, जिसमें हिमाचल को राहत मिले तो यातायात का बड़ा समाधान होगा। प्रोजेक्ट का नाम अर्बन ट्रांसपोर्टेशन काम्प्रिहेंसिव प्रोजेक्ट है, जिसमें छह साल के बीच नया रोप-वे नेटवर्क इन शहरों में खड़ा कर दिया जाएगा। नीति आयोग से चर्चा के लिए रोप-वे कारपोरेशन के अधिकारी दिल्ली गए हुए हैं।

धर्मशाला 

प्रोजेक्ट के तहत धर्मशाला में 23 किलोमीटर का रोप-वे नेटवर्क तैयार होगा, जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर लोगों को पहुंचाएगा। इसमें सवारी करने वालों को फिर बसों या वाहनों की जरूरत नहीं रहेगी।

मनाली

मनाली शहर में पर्यटकों की काफी ज्यादा आवाजाही रहती है, वहां पर भी रोप-वे नेटवर्क खड़ा होगा। यहां 20 किलोमीटर का रोप-वे नेटवर्क बनाया जाएगा।

शिमला

शिमला शहर में जाम की समस्या आम हो चुकी है और हर टूरिस्ट सीजन में यहां पर जाम आफत बन जाता है। इसके लिए शिमला में 31 किलोमीटर स्पैन का रोप-वे नेटवर्क खड़ा किया जाना है। यह भी प्रोजेक्ट में शुमार है।

स्रोत : दिव्य हिमाचल 

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