शिमला : प्रदेश में कोविड-19 के खतरे को ध्यान में रखते हुए एग्जिट प्लान तैयार किया जाएगा. इस योजना के तहत प्रदेश में पाए जाने वाले मामलों के अनुसार प्रदेश को 6 जोन में बांटा जाएगा. इसके तहत रेड 1 जोन में,4 ओरेंज जोन और 1 ग्रीन जोन बनेगा.
सीएम ने की बैठक
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जिसके तहत राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने,आर्थिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने तथा राज्य के कमजोर वर्गों की आर्थिक और खाद्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत पर बल दिया गया.
प्रोटोकॉल का हुआ पालन
सीएम ने कहा कि 24 मार्च को लॉकडाउन के तहत हिमाचल ने भी प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया है तथा आगे भी प्रदेश के हितों के लिए योजना बनाई जाएगी व कार्य किया जाएगा.
ढील देने पर होगा विचार
एग्जिट प्लान के तहत आने वाले दिनों में चरणबद्ध तरीके से सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुछ ऐसे क्षेत्रों को खोला जा सकता है जहाँ इस बीमारी के मामले नहीं आए हैं. इसके अलावा जिस क्षेत्र में स्थिति में सुधार आता है तो नियमों के तहत वहां भी ढील दी जाएगी.
अलग किए जायेंगे हॉट स्पॉट
सीएम ने कहा कि चिन्हित किए गए हॉट स्पॉट को अन्य हिस्सों से पूरी तरह से अलग रखा जाएगा.इसके अलावा भोजन व अन्य आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मदद ली जाएगी.
बफर स्टाक सुनिश्चित करने के निर्देश
सीएम ने नागरिक आपूर्ति निगम के डिपो में बफर स्टाक सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंनें कहा कि जमाखोरी और मुनाफाखोरी करने वालों पर कड़ी नजर रखें. उल्लंघना करने पर कड़ी कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी.
किसानों को उपलब्ध करवाएं कीटनाशक
सीएम ने बागवानी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक गाँव या अगर संभव हो सके तो डोर टू डोर किसानों को कीटनाशक व अन्य पौध सामग्री उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें.उन्होंनें मधुमक्खी बक्सों की समयबद्ध आपूर्ति और बागवानों को एंटी हेलनेट सुनिश्चित करवाने के लिए भी कहा.
सलाहकार योजना ने दी प्रस्तुति
इस अवसर पर सलाहकार योजनाकार डॉ.बसु ने कोविड-19 लॉकडाउन में घर से बाहर निकलने पर एक प्रस्तुति दी. इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची,डीजीपी एसआर मरड़ी,अतिरिक्त मुख्यसचिव मनोज कुमार व आरडी धीमान,प्रधान सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना,सीएम के प्रधान सचिव संजय कुंडू और सचिव अक्षय सूद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे.