राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने हिमाचल को 21 करोड़ रुपए की बड़ी रकम जारी की है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य से प्रस्तावित 24 करोड़ 17 लाख रुपए के प्रस्ताव में कटौती के बाद इस राशि को जारी किया है।
यह रकम चैलचौक-गोहर-पंडोह और मंडी-कमांद-कटौला-बजौरा पर खर्च होगी। दरअसल, एनएचएआई नेशनल हाइवे के बाधित होने पर वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करता है।
पिछले साल मंडी और कुल्लू में आई भीषण तबाही का असर नेशनल हाइवे पर रहा था और उस समय वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल किया गया। पीडब्ल्यूडी ने इस मार्ग के इस्तेमाल के एवज में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से 24 करोड़ 17 लाख 88 हजार 141 रुपए की मदद मांगी थी।
एनएचएआई ने इस रकम में संशोधन करते हुए दोनों जगह 21 करोड़ पांच लाख 37 हजार 891 रुपए की राशि देने का फैसला किया है।
इस राशि को नौ करोड़ 16 लाख तीन हजार 917 रुपए और 11 करोड़ 89 लाख 33 हजार 974 रुपए में बांटा गया हैं। इस रकम से रिटेनिंग वॉल, ब्रेस्ट वॉल, वायर क्रेट आरवॉल और बीवॉल, मेटा टायरिंग, क्रैश बैरीज का निर्माण किया जाएगा।
वहीं, एनएचएआई ने इस संबंध में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी को पत्र जारी किया है। अब पीडब्ल्यूडी आगामी दिनों में इस बजट से मार्ग का रखरखाव कर पाएगी।
जन्मदिन का तोहफा मिला
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने यह मंजूरी उनके जन्मदिन के मौके पर दी है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल और केंद्र के बीच तालमेल बढ़ाने का फायदा प्रदेश के लोगों को मिल रहा है। मार्ग का इस्तेमाल नेशनल हाइवे के विकल्प के तौर पर होने से सड़क को काफी नुकसान पहुंचा था और यहां डंगे लगाने समेत रखरखाव के दूसरे कार्यों की जरूरत महसूस हो रही थी।
अब इस रकम के मिल जाने से यह कमी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस सडक़ का रखरखाव किया जाना है, उसकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर से ज्यादा है।
यह मार्ग मेजर डिस्ट्रिक रोड में शामिल है और पीडब्ल्यूडी ने आपदा के बाद 29 अगस्त को इस मार्ग के संबंध में एनएचएआई को पत्र भेजा था। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें जन्म दिन का तोहफा दे दिया है। भविष्य में इससे भी बड़े प्रयास जारी रखे जाएंगे।