सोशल मीडिया पर किरकिरी और विपक्ष के सवालों के बाद स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के नेतृत्व में विदेश जा रही स्वास्थ्य विभाग की दस सदस्यीय टीम का दौरा फिलहाल स्थगित कर दिया है।
यह टीम सरकारी खर्चे पर विदेश जा रही थी और मंत्री का बेटा भी इसमें शामिल था। बेटे को साथ ले जाने पर मचे बवाल के बाद अब यह दौरा छह महीने के लिए टाल दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने सफाई देते हुए कहा कि अभी विदेश यात्रा पर नहीं जा रहे, बल्कि हालात सामान्य होने पर छह महीने बाद जाएंगे।
विदेशों में स्वास्थ्य सेवाओं में अच्छा काम हो रहा है और वहां से तकनीक सीखकर उसे हिमाचल में लागू किया जाएगा। बेटे के साथ विदेश जाने को लेकर उन्होंने कहा कि बेटा-बहू निजी खर्च पर भी जा सकते हैं।
स्वास्थ्य कारणों से बेटे को साथ ले जाना कोई गलत बात नहीं है। मंत्री ने अपनी गलती स्वीकारने के बजाय विदेश दौरे की खबरों पर आपत्ति जताई और कहा कि पत्रकारों को ऐसे मुद्दों पर नहीं, बल्कि ज्वलंत समस्याओं पर लिखना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडल ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी कि प्रदेश में 15 सितंबर से दो अक्तूबर तक चल रहे स्वास्थ्य नारी शक्ति परिवार अभियान के तहत अब तक 17,411 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं।
इन शिविरों में 9,27,421 महिलाओं की स्वास्थ्य जांच हुई है, जिनमें एनीमिया की समस्या सबसे ज्यादा पाई गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 34 आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर सीटी स्कैन मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिससे मरीजों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से मिल सकेंगी।



























