शिमला: सामरिक महत्त्व की भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन की सुरक्षा के मद्देनजर आने वाले समय में गनर्वमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) का थाना स्थापित किया जाएगा।
इसके लिए जल्द ही किसी उपयुक्त जगह का चयन किया जाएगा। खास बात यह है कि जीआरपी में हिमाचल पुलिस के साथ रेलवे पुलिस का विंग भी कार्य करेगा।
कुछ समय पहले पुलिस महानिदेशक ने इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के साथ चर्चा की है और पुलिस अधीक्षक को प्रोपोजल तैयार कर प्रेषित करने के लिए आदेश हुए हैं।
रेलवे लाइन की सुरक्षा को लेकर चौबीस घंटे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से ट्रैक की निगरानी की जाएगी। भानुपल्ली से लेकर बिलासपुर के बरमाणा तक 63.1 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक बनेगा, जिसके लिए प्रक्रिया जारी है।
बिलासपुर तक 52 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बन रहा है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की योजना पर काम होगा। गिट्टी रहित रेलवे ट्रैक के निर्माण की योजना पर काम चल रहा है।
पंजाब से सटी सीमा पर ट्रैक का कार्य जारी है। ऐसे में इस तमाम प्रक्रिया के बाद पुलिस विभाग जीआरपी खोलने को लेकर कवायद शुरू करेगा, जिसके लिए उपयुक्त साइट का चयन किया जाएगा।
जीआरपी खोलने को लेकर पुलिस महाराष्ट्र व पंजाब के मॉडल को स्टडी कर रही है। जल्द ही पुलिस विभाग की एक टीम पूरे रेलवे ट्रैक का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करेगी और इसी रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। पुलिस थाने में हिमाचल व रेलवे पुलिस के अलग अलग विंग काम करेंगे।
पुलिस विंग के एसएचओ भी अलग अलग होंगे। रेलवे की ओर से तय रूल्ज के मुताबिक पुलिस काम करेगी और सुरक्षा की दृष्टि से चौबीस घंटे हाइटेक सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से ट्रैक की निगरानी की जाएगी, ताकि रेल ट्रैक पर संभावित घटना व दुर्घटना से बचाव हो सके।
पुलिस अधीक्षक बिलासपुर डा. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि रेलवे लाइन पर गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) का थाना खुलेगा। इसके लिए प्रोपोजल तैयार करने के लिए निर्देश हुए हैं। (एचडीएम)
रेलवे की सिक्योरिटी के लिए पुख्ता प्रबंध
पुलिस अधीक्षक बिलासपुर डा. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि डीजीपी की ओर से प्रोपोजल बनाने के लिए निर्देश जारी हुए हैं, जिसके आधार पर आगामी समय में एक टीम का गठन कर प्रोपोजल तैयार करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट रेलवे पुलिस का थाना होगा, जिसमें हिमाचल पुलिस व रेलवे पुलिस के दो अलग अलग विंग कार्यरत होंगे। रेलवे की सिक्योरिटी को लेकर तमाम पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। जीआरपी के लिए महाराष्ट्र व पंजाब का मॉडल स्टडी किया जा रहा है।