शिमला : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने मंगलवार को सूरजकुंड मेले में थीम स्टेट हिमाचल की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक मुलख राज प्रेमी व अरुण मेहरा भी उपस्थित थे। हिमाचल के विभिन्न जिलों की विविधता भरी संस्कृति को सूरजकुंड मेले के मंच पर मनमोहक नृत्य नाटिका के जरिए प्रस्तुत किया गया। पारंपरिक वेश-भूषा व वाद्य यंत्रों से सुसज्जित नृत्य नाटिका में समस्त प्रदेश की झलक को दिखलाया गया।
हिमाचलमय हुआ वातावरण
इस दौरान पूरे पंडाल का वातावरण हिमाचलमय हो गया। नृत्य नाटिका को देखने के लिए दर्शकों और पर्यटकों का भारी हुजूम उमड़ा। पूनम शर्मा द्वारा निर्मित व निर्देशित इस नृत्य नाटिका में हिमाचल की गौरवमयी संस्कृति, लोक गायन और लोकनृत्य को दर्शाने के लिए विभिन्न जिलों के 140 कलाकारों ने सामूहिक प्रस्तुति दी।
प्रदेश की संस्कृति देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
हिमाचल प्रदेश के धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से तैयार इस नृत्य नाटिका में प्राकृतिक सौंदर्य व जीवंत संस्कृति को बहुत खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया। चंबा जिला के शिव पूजन, कांगड़ा के झमाकड़ा, लाहौल-स्पिति की बौद्ध संस्कृति, शिमला की नाटी, सिरमौर के ठोडा व प्रात नृत्य, मंडी जिला की लुड्डी, किन्नौर की कायंग नाटी तथा कुल्लू जिला की देव संस्कृति को दर्शाती इस नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रदेश की सांस्कृतिक झलक को एक सूत्र में पिरोया गया जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। एक फरवरी को को शुरू हुए सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का समापन 16 फरवरी को होगा।
16 फरवरी तक हो रहा आयोजन
हरियाणा राज्य में शुरु हुए अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति ने धमाल मचा दी है। 16 फरवरी तक आयोजित होने वाले मेले में इस बार हिमाचल प्रदेश थीम स्टेट से आयोजित किया जा रहा है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावना बढ़ने की अपेक्षा और युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। मेला में हिमाचल के पर्यटन स्थलों, मंदिरों, झीलों, नदियों, हिमखंडों और प्रदेशभर के जनजीवन को दिखाया जा रहा है।
आकर्षण का केंद्र बनी 40 देशों की कृत्तियाँ और वस्तुएं
सूरजकुंड मेला में 40 देशों के हस्तशिल्पकार, दस्तकार और बुनकरों द्वारा बनाई गई कृतियां व वस्तुएं सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके अतिरिक्त 26 देश प्रतिदिन अपने अपने देश की लोक संस्कृति से दर्शकों को रूबरू करवा रहे हैं। हिमाचली दल के साथ मंडी जिला का प्रतिनिधित्व मांडव्य कला मंच कर रहा है।
स्रोत : दिव्य हिमाचल