शिमला: शिमला-मटौर नेशनल हाईवे पर घंडल पुल का निर्माण जल्द शुरू होगा। एनएचएआई के अधिकारियों ने पुल की मरम्मत को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। नेशनल हाई-वे पर इस सबसे अहम पुल को दो बार क्षति पहुंच चुकी है।
करीब दो साल पहले पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां वैकल्पिक तौर पर बैली ब्रिज का निर्माण किया गया था, लेकिन दो साल के अंतराल में एक बार फिर पुल क्षतिग्रस्त हुआ है और इसकी वजह से शिमला-मटौर नेशनल हाई-वे पर यातायात ठप हो गया है।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मुख्य मार्ग से ट्रैफिक को ग्रामीण रास्तों में बदल दिया है। शिमला से मंडी, कांगड़ा की तरफ जाने वाले वाहन कंडा मोड़ से कंडा-पनेश-रूगड़ा-गलोग मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि मंडी या कांगड़ा की तरफ से आने वाले वाहन 16 मील-धामी-मंदरी-भागपुर-देवनगर-घणाहट्टी आ रहे हैं।
हल्के वाहनों के लिए बांगरा गली-अप्पर झाकड़ी-सदान-पक्की बावड़ी से होकर शिमला पहुंच रहे हैं, लेकिन इन मार्गों के तंग होने की वजह से आवाजाही में चालकों को मुश्किलें पेश आ रही हैं।
साथ ही 15 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर भी करना पड़ रहा है। अब लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पुल की मरम्मत के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को घंडल पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि घंडल पुल का एनएचएआई के इंजीनियरों ने मुआयना किया है। इस पुल पर आगामी 48 घंटे में यातायात को दोबारा बहाल कर दिया जाएगा।