शिमला: अब एनएचएआई के अधिकारियों को फोरलेन प्रोजेक्ट का व्यावहारिक सत्यापन (प्रैक्टिकल वेरिफिकेशन) नियमित करना होगा।
केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्टीक तैयारी के साथ प्रोजेक्ट को पूरा करने पर जोर देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि डीपीआर की प्रैक्टिकल वेरिफिकेशन से प्रोजेक्ट को शुरू करने में तेजी आएगी।
इसके साथ ही बेवजह बर्बाद हो रहे समय की भी बचत हो पाएगी। उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारियों को पर्यावरण के अनुकूल सामग्री के इस्तेमाल और मार्ग संरेखण (रोड अलाइनमेंट) को सही ढंग से पूरा करने के भी आदेश दिए हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश भर के एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारियों और प्रोजेक्ट ऑफिसर की बैठक दिल्ली में बुलाई थी। इस बैठक में हिमाचल की तरफ से एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित शामिल हुए हैं।
इस दौरान देश के साथ ही प्रदेश भर में प्रस्तावित फोरलेन प्रोजेक्ट पर व्यापक चर्चा की। उन्होंने एनएचएआई के आरओ को देश भर में विश्वस्तरीय सडक़ों के निर्माण के आदेश दिए।
गौरतलब है कि हिमाचल में एनएचएआई के कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जबकि कीरतपुर-नेरचौक नेशनल हाईवे को फोरलेन में बदलने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
सात प्रोजेक्ट में अभी फोरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल पाई है। उन्होंने इस मौके पर चार ऐप भी लांच की हैं। इस बैठक में जनरल वीके सिंह भी मौजूद थे।