हिल स्टेशनों पर उड़ रही कोरोना नियमों की धज्जियां

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कोरोना को लेकर केंद्र सरकार ने लोगों को आगाह करते हुए मंगलवार को कहा कि जिस तरह से लोग बिना किसी सावधानी के मौजमस्ती करने के लिए हिल स्टेशनों पर निकल पड़े है, वह कतई सही नहीं है। वे न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं।

बाजारों में दोबारा भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। यह बेहद खतरनाक है। यदि लोग नियमों का सही से पालन नहीं करते हैं, तो एक बार फिर पाबंदियों में दी गई ढील वापस ली जा सकती है।  स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने हिमाचल प्रदेश के मनाली  और शिमला, उत्तराखंड के मसूरी, दिल्ली के सदर बाजार और लक्ष्मी नगर के साथ दादर मार्केट की तस्वीरें दिखाईं।

यहां बाजारों में भारी भीड़ दिख रही है। कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बेशक नरम पड़ी है, लेकिन अभी लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहना है। हिल स्टेशनों की यात्रा करने वाले लोग लापरवाही कर रहे हैं। वे कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

अब तक कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में मिली बढ़त को कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने वाले लोग खत्म कर  सकते हैं। अगर प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया, तो प्रतिबंधों में ढील फिर रद्द हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। देश देख चुका है कि कैसे यह वायरस फैलता है। अगर लापरवाही बरती गई, तो अब तक मिली सफलता पर पानी फिर जाएगा।

वहीं हिमाचल का हर पर्यटक केंद्र पिछले कुछ दिनों से जैम पैक है। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों के पर्यटक यहां डटे हुए हैं। वीकेंड में शिमला, मनाली, डलहौजी, मकलोडगंज में तिल धरने को जगह नहीं मिल रही है। पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोग न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग को ख्याल रख रहे हैं।

कुल मिलाकर एसओपी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बसें फुल ऑक्यूपेंसी के साथ दौड़ रही हैं और चालक-परिचालक तक मास्क नहीं पहन रहे हैं। मनाली में बीते सप्ताह दस हजार से ज्यादा टूरिस्ट आए हैं।

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